महाकुंभ को ‘एकता का महायज्ञ’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को अपनी विरासत पर गर्व है और वह नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है.
NEW DELHI: महाकुंभ को ‘एकता का महायज्ञ’ बताते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि भारत को अपनी विरासत पर गर्व है और वह नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. उन्होंने कहा कि यह परिवर्तन के युग की शुरुआत है जो देश का नया भविष्य लिखेगी. उन्होंने कहा कि महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी संख्या में भाग लेना न सिर्फ एक रिकॉर्ड है, बल्कि इसने कई शताब्दियों तक हमारी संस्कृति और विरासत को मजबूत और समृद्ध बनाए रखने की मजबूत नींव भी रखी है.
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पीएम मोदी ने कहा कि महाकुंभ संपन्न हुआ…एकता का महायज्ञ संपन्न हुआ. प्रयागराज में एकता के महाकुंभ में पूरे 45 दिनों तक जिस प्रकार 140 करोड़ देशवासियों की आस्था एक साथ, एक समय में इस एक पर्व से आकर जुड़ी, वो अभिभूत करती है. उन्होंने कहा कि प्रयागराज का महाकुंभ आज दुनियाभर के मैनेजमेंट प्रोफेशनल्स के साथ ही प्लानिंग और पॉलिसी एक्सपर्ट्स के लिए भी रिसर्च का विषय बन गया है. आज अपनी विरासत पर गौरव करने वाला भारत अब एक नई ऊर्जा के साथ आगे बढ़ रहा है. ये युग परिवर्तन की वो आहट है, जो देश का नया भविष्य लिखने जा रही है.
कहा कि समाज के हर वर्ग और हर क्षेत्र के लोग इस महाकुंभ में एक हो गए. ये एक भारत श्रेष्ठ भारत का चिर स्मरणीय दृश्य करोड़ों देशवासियों में आत्मविश्वास के साक्षात्कार का महापर्व बन गया. पीएम मोदी ने कहा कि एकता के महाकुंभ को सफल बनाने के लिए देशवासियों के परिश्रम, उनके प्रयास, उनके संकल्प से अभिभूत मैं द्वादश ज्योतिर्लिंग में से प्रथम ज्योतिर्लिंग श्री सोमनाथ के दर्शन करने जाऊंगा. मैं श्रद्धा रूपी संकल्प पुष्प को समर्पित करते हुए हर भारतीय के लिए प्रार्थना करूंगा. मैं कामना करूंगा कि देशवासियों में एकता की ये अविरल धारा ऐसे ही बहती रहे.
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