Padma Awards 2025: हर साल की तरह इस साल भी समाज के लोक हित में काम करने वाले कई नायकों को भी देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है.
Padma Awards 2025: गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर भारत सरकार की ओर से पद्म पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है. हर साल की तरह इस साल भी समाज के लोक हित में काम करने वाले कई नायकों को भी देश के सबसे प्रतिष्ठित सम्मान से नवाजा गया है. इस साल पद्म पुरस्कार पाने वाली हस्तियों में से कोई समाज सुधार का काम कर रहा है, तो कोई साहित्य में अपना विशेष योगदान देने रहा है.
पद्म पुरस्कार विजेताओं की लिस्ट
नरेन गुरुंग- गंगटोक के लोक कलाकार नरेन गुरुंग ने सिक्किमी नेपाली लोक संगीत और नृत्य परंपराओं को संरक्षित करने और बढ़ावा देने के लिए 60 साल समर्पित किए.
शेखा एजे अल सबा- कुवैत की एक प्रमुख योग साधक हैं शेखा ए जे अल सबाह ने कुवैत के पहले लाइसेंस प्राप्त योग स्टूडियो ‘दरात्मा’ की स्थापना की.
वेंकप्पा अंबाजी सुगातेकर- बागलकोट के एक 81 वर्षीय गोंधली लोक गायक वेंकप्पा सुगातेकर घुमंतू समाज में एक सम्मानित व्यक्ति हैं.उन्हें ‘गोंधली’ संगीत और कहानी कहने के भीष्म के रूप में जाना जाता है.
जोनास मासेट्टी- ब्राजील के रियो डी जेनेरियो के एक मैकेनिकल इंजीनियर से आध्यात्मिक नेता बने जोनास मासेट्टी को ब्राजील और उसके बाहर वेदांत और भारतीय दर्शन को लोकप्रिय बनाने के उनके प्रयासों के लिए जाना जाता है.
जुमदे योमगाम गामलिन- अरुणाचल प्रदेश के समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता जुमदे योमगाम गामलिन ने स्थानीय समुदायों में नशा मुक्ति और सामाजिक सुधार पर काम करते हुए तीन दशक से अधिक समय बिताया.
एल हैंगथिंग – नोक्लाक नागालैंड के एक प्रगतिशील फल किसान एल हैंगथिंग को गैर-देशी फलों की खेती में 30 से अधिक वर्षों का अनुभव है.
भीम सिंह भावेश- बिहार के समर्पित सामाजिक कार्यकर्ता भीम सिंह भावेश मुसहर समुदाय के उत्थान के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं.
पी. दत्चनमूर्ति- पुडुचेरी के एक प्रसिद्ध थाविल वादक पी. दत्चनमूर्ति ने दक्षिण भारतीय संगीत के अभिन्न अंग, थाविल, एक शास्त्रीय तालवाद्य में महारत हासिल की है.
ह्यूग और कोलीन गैंटजर- पति-पत्नी की इस जोड़ी ने 50 से अधिक वर्षों तक भारतीय यात्रा पत्रकारिता में महत्वपूर्ण योगदान दिया.
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जगदीश जोशीला – मध्य प्रदेश के खरगोन के एक अनुभवी निमाड़ी और हिंदी लेखक जगदीश जोशीला ने राष्ट्रवाद, समाज और जनजातियों के बारे में लिखने के लिए 50 से अधिक वर्षों को समर्पित किया है.
हरिमन शर्मा- हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर के एक सेब किसान हरिमन शर्मा को कम ठंडक देने वाली सेब की किस्म ‘HRMN 99’ विकसित करने का श्रेय दिया जाता है. यह सेब समुद्र तल से 1,800 फीट की ऊंचाई पर भी उग सकते हैं.
देखें पूरी लिस्ट
- बतूल बेगम (राजस्थान)
- एल हैंगथिंग (नगालैंड)
- जुमदे योमगम गैमलिन (अरुणाचल प्रदेश)
- जोयनाचरण बाथरी (असम)
- नरेन गुरुंग (सिक्किम)
- विलास डांगरे (महाराष्ट्र)
- डॉ. नीरजा भाटला (दिल्ली)
- निर्मला देवी (बिहार)
- भीम सिंह भावेश (बिहार)
- शैली होल्कर (मध्य प्रदेश)
- जगदीश जोशीला (मध्य प्रदेश)
- भेरू सिंह चौहान (मध्य प्रदेश)
- ह्यू गैंटज़र (उत्तराखंड)
- कोलीन गैंटज़र (उत्तराखंड)
- राधा बहिन भट्ट (उत्तराखंड)
- सुरेश सोनी (गुजरात)
- पंडीराम मंडावी (छत्तीसगढ़)
- हरिमन शर्मा (हिमाचल प्रदेश)
- हरविंदर सिंह (हरियाणा)
- वेंकप्पा अम्बाजी सुगतेकर (कर्नाटक)
- पी दत्चानमूर्ति (पुडुचेरी)
- लीबिया लोबो सरदेसाई (गोवा)
- गोकुल चंद्र दास (पश्चिम बंगाल)
- शेख एजे अल सबा (कुवैत)
- जोनास मैसेट (ब्राजील)
- लीबिया लोबो सरदेसाई
- स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. नीरजा भटला
- भीम सिंह भावेश
- पी. दत्चनमूर्ति
- एल. हैंगथिंग
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