North India Cold Wave Alert: दिसंबर का पहला सप्ताह शुरू हो चुका है, लेकिन ठंड में कुछ खास इजाफा नहीं हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बार ठंड में इजाफा देरी से होगा.
North India Cold Wave Alert: दिल्ली-NCR समेत समूचे उत्तर भारत में ठंड धीरे-धीरे बढ़ रही है तो दक्षिण में चक्रवाती तूफान फेंगल (Cyclonic Storm Fengal) की वजह से आफत की बरसात जारी है. भारी बारिश के चलते पुदुचेरी और तमिलनाडु के कई इलाकों में पानी भर गया है. इसके चलते लोगों को भारी आर्थिक नुकसान भी हो रहा है. दक्षिण के राज्यों में बारिश के उलट उत्तर भारत में ठंड में धीरे-धीरे इजाफा हो रहा है. वहीं, मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ की कमी से ठंडी हवाएं चलने की संभावना नहीं है. ऐसे में दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर-पश्चिम भारत के इलाकों में दिसंबर महीने में न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है.
शीत लहर के दिन होंगे कम
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) ने इस साल उत्तर भारत में होने वाली ठंड को लेकर ताजा पूर्वानुमान जारी किया है. इसके अनुसार, दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत के अधिकतर राज्यों में शीतलहर के दिन कम होंगे. इसका मतलब यह है कि उत्तर भारत में इस बार तुलनात्मक रूप से कम ठंड पड़ेगी. IMD की ताजा भविष्यवाणी के अनुसार, इस साल सामान्य ठंड पड़ेगी. देश में हल्की सर्दी पड़ने के साथ शीतलहर वाले दिन भी कम होंगे. इसके साथ ही इस मौसम में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने का अनुमान जताया है.
100 साल बाद दूसरा सबसे गर्म महीना रहा नवंबर
मौसम विज्ञानियों के अनुसार, इस बार अपेक्षाकृत कम सर्दी पड़ने का पूर्वानुमान ऐसे समय में आया है जब देश में 1901 के बाद से दूसरा सबसे गर्म नवंबर रहा. नवंबर में औसत अधिकतम तापमान 29.37 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो मौसम के सामान्य 28.75 डिग्री से 0.623 डिग्री अधिक है. मौसम विज्ञानियों ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ (Western Disturbance) की अनुपस्थिति नवंबर के गर्म रहने का कारण है.
दिसंबर में पड़ सकती है ‘गर्मी’
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र (Mrutyunjay Mohapatra, Director General of India Meteorological Department) का कहना है कि सर्दियों के मौसम (दिसंबर 2024 से फरवरी 2025) के दौरान देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. मौसम विभाग के अनुसार, सर्दियों के मौसम में सामान्य तौर पर 5-6 दिनों की तुलना में इस बार शीतलहर वाले दिन कम रहने की संभावना है. वहीं, IMD का अनुमान है कि दिल्ली में इस साल दिसंबर महीने में सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ सकती है. मौसम वैज्ञानिक इसकी वजह उत्तर-पश्चिमी भारत में पश्चिमी विक्षोभ की कमी को मान रहे हैं.
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सामान्य से अधिक रह सकता है तापमान
मृत्युंजय महापात्र का कहना है कि सिवाय दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत के अधिकांश क्षेत्रों को छोड़कर इस मौसम के दौरान देश के अधिकांश भागों में सामान्य से अधिक अधिकतम तापमान रहने की संभावना है. यहां पर अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है. मौसम विज्ञानियों के अनुसार, आमतौर पर दिसंबर से फरवरी के दौरान 5 से 6 दिन शीतलहर पड़ती है. इस साल, हम औसत की तुलना में शीतलहर वाले दो से चार कम दिनों की उम्मीद कर सकते हैं.
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