Unique Market in India: भारत में अलग-अलग शहरों में कई बड़ी मार्कट हैं. हालांकि, कम ही लोग जानते हैं कि देश में एक ऐसी मार्केट भी है जिसमें सिर्फ महिलाएं ही दुकान चलाती हैं.
29 April, 2024
Unique Market in India: मणिपुर के इंफाल में ऐतिहासिक इमा कीथेल बाजार की रौनक धीरे-धीरे लौट रही है. इस मार्केट की खास बात ये है कि यहां केवल महिलाएं ही दुकान चलाती हैं. सुबह-सुबह बाजार में घुसने के साथ मसले हुए आलू, बैम्बू शूट और सूखी मछली की चटनी से बने ‘एरोम्बा’ की सुगंध नथुनों से टकराती है. वहीं, मणिपुर में मैतेई और कुकी समुदायों के बीच जातीय संघर्ष का भी इस बाजार पर असर पड़ा है. दोनों समुदायों के बीच पिछले साल मई में संघर्ष भड़क उठा था.
सिर्फ महिलाएं चलाती हैं दुकान
इस बाजार की एक और खास बात ये है कि इसे सिर्फ महिलाएं चलाती हैं. वहीं, हालात बेहतर होने के बावजूद बाजार में खरीदारों और माल की कमी महसूस की जा रही है. वहां की एक दुकानदार कुंजलता देवी ने पीटीआई को दिए एक इंटरव्यू में बताया- ‘मार्केट पूरा डाउन हो गया था. अब थोड़ा-थोड़ा इंप्रूव हो रहा है. अभी 11 महीने हो गए, मई में एक साल हो जाएगा’. इसके अलावा एक दूसरी दुकानदार असेम निर्मला ने वहां के हालात बताते हुए कहा- ‘हमारी मार्केट का सेलिंग, बिजनेस एकदम डाउन हो गया. बहुत औरतें और कस्टमर यहां नहीं आते.’
कीथेल बाजार का इतिहास
इमा कीथेल बाजार का इतिहास करीब 500 साल पुराना है. ये बाजार देवदार की सुगंधित लकड़ियों, जेड रंग के सुपारी के पत्तों, हाथ से बने मिट्टी के बर्तनों, बांस की टोकरियों, रेशमी कंबलों और रंग-बिरंगे गलीचों के जरिये अर्थव्यवस्था में महिला शक्ति के योगदान की कहानी है. तीन मंजिली इमारत में फैले बाजार में 5,000 से ज्यादा स्टॉल का विशाल नेटवर्क है. बाजार की सबसे बड़ी खासियत ये है कि हर स्टॉल की दुकानदार महिला है. मार्केट में वहां की ट्रेडिशनुल ड्रेस के साथ-साथ जो सामान मणिपुर में प्रोड्यूस होता है वो सब कुछ इस मार्केट में मिलता है.
क्या हैं नियम
पारंपरिक रूप से सिर्फ विवाहित महिलाएं ही बाजार में व्यापार कर सकती हैं. यहां जगह पाने के लिए किसी महिला को रिटायर्ड महिला नामांकित करती है. स्टॉल रास्ते के दोनों ओर बने हुए हैं. एक तरफ सब्जियां, फल, मछली और घरेलू किराने का सामान बिकता है तो दूसरी ओर हथकरघा और घर में काम आने वाली चीजें. वहीं, इस मार्केट में पुरुषों के जाने पर रोक नहीं है, लेकिन सिर्फ सामान खरीदने के लिए, कुली या गार्ड के रूप में काम करने के लिए या महिला दुकानदारों को चाय पिलाने के लिए.
यह भी पढ़ेंः ‘हीरामंडी’ एक्टर Adhyayan suman के पिता Shekhar Suman ने फिल्म इंडस्ट्री में उनके डेब्यू को बताया ‘भूल’