यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मोदी सरकार महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, अयोध्याधाम का विस्तार करेगी. विस्तार का उद्देश्य क्षेत्र में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करना है.
NEW DELHI: यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए मोदी सरकार महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा,अयोध्याधाम का विस्तार करेगी. विस्तार का उद्देश्य क्षेत्र में हवाई यात्रा की बढ़ती मांग को पूरा करना है. मालूम हो कि मौजूदा टर्मिनल की पीक आवर्स के दौरान 674 यात्रियों की क्षमता और 1 मिलियन की वार्षिक क्षमता है.
यात्री यातायात में अप्रत्याशित वृद्धि को देखते हुए एक नई एकीकृत टर्मिनल बिल्डिंग का निर्माण किया जाएगा. नया टर्मिनल 2046-47 तक बढ़ते यात्रियों को ध्यान में रखते हुए तैयार किया जाएगा. जिसमें व्यस्त समय में 4 हजार यात्रियों को संभालने और सालाना 6 मिलियन यात्रियों को समायोजित करने की क्षमता होगी. परियोजना में रनवे को मजबूत करना और विस्तार करना शामिल है. इसके अलावा अतिरिक्त पार्किंग बे का निर्माण, एक बहुस्तरीय कार पार्क, फायर स्टेशन, एटीसी टावर और बेहतर सिटी-साइड पहुंच का निर्माण भी शामिल है.
पीएम गतिशक्ति के तहत नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप की 87वीं बैठक में बुधवार को प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का मूल्यांकन करते हुए यह निर्णय लिया गया. मालूम हो कि इस समय महर्षि वाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्याधाम से प्रतिदिन 15 से 20 डोमेस्टिक उड़ानें हो रही हैं.जो कि यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कम पड़ रही हैं.
दिल्ली-पानीपत-करनाल नमो भारत परियोजना
दिल्ली-पानीपत-करनाल नमो भारत परियोजना मोदी सरकार की महात्वाकांक्षी योजना है. यह दिल्ली में सराय काले खां और हरियाणा में करनाल के बीच लगभग 136.30 किमी तक फैली एक ग्रीनफील्ड पहल है. कॉरिडोर को 90 किमी प्रति घंटे की गति से संचालित करने के लिए डिज़ाइन किया गया है, जो परिवहन की काफी तेज़ SPEED का विकल्प प्रदान करती है. इस कॉरिडोर के बनने से यात्रा का समय मौजूदा साढ़े तीन-4 घंटे से कम होकर लगभग 90 मिनट होने की उम्मीद है, जिससे दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी बढ़ जाएगी.
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