Dog tribute meeting: मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बहादुरपुर गांव में एक कुत्ते की मौत की वजह से तकरीबन 15 दिनों से मातम है. ‘कालू’ नाम के इस कुत्ते को उमाले परिवार ने दस साल पहले गोद लिया था और वह परिवार के सदस्य की तरह गांव में रहता था.
15 May, 2024
Dog tribute meeting in Burhanpur: कई बार लोगों को पशुओं और जानवरों से इतना लगाव हो जाता है कि जब उनकी मौत हो जाती है तो पूरे घर, गांव और शहर में मातम छा जाता है. मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में एक ऐसी ही घटना घटित हुई है. यहां एक कालू नाम का कुत्ता रहता है जिसकी अचानक मौत होने से परिवार और पूरा गांव सदमें में चला गया है. कालू की मौत 22 अप्रैल को हुई थी. इसके बाद उसका पूरे विधि-विधान से अंतिम संस्कार किया. फिर 4 मई को उसकी 13वीं का कार्यक्रम किया गया. इसके बाद कालू के लिए फैमिली और गांव वाले लोग श्रद्धांजलि सभाओं का भी आयोजन कर रहे हैं. अभी तक कालू की 3 श्रद्धांजलि सभाएं हो चुकी हैं. वहीं आगे भी फैमिली के लोग सभाएं रखने का विचार कर रहे हैं.
कौन था कालू
मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले के बहादुरपुर गांव में एक कुत्ते की मौत की वजह से तकरीबन 15 दिनों से मातम है. ‘कालू’ नाम के इस कुत्ते को उमाले परिवार ने दस साल पहले गोद लिया था और वह परिवार के सदस्य की तरह गांव में रहता था. कुत्ते के मालिक ने कहा, ‘कालू’ के साथ पूरे गांव के लगाव के कारण उसकी मौत से सभी का दिल टूट गया है. ‘कालू’ को पूरे रीति-रिवाज के साथ दफनाया गया। ग्रामीणों ने उसकी याद में तेरहवीं भी कीं.
हुई अचानक मौत
कुत्ते के मालिक प्रकाश उमाले का कहना है कि ‘वह बीमार नहीं था और अचानक पता नहीं क्या हुआ. जब किसी की बीमारी से मौत हो जाती है तो हमारा दिल नहीं टूटता बल्कि उसकी अचानक मौत से हमारा दिल टूट जाता है.’ बहादुरपुर गांव की निवासी अंकिता के अनुसार, ‘वह चला गया है हमें बहुत बुरा लग रहा है इसलिए हमारा घर पर रहने का मन नहीं हो रहा है. वह हमारे घर आता था और अब तक उसने किसी को नहीं काटा है और हम उसे एक बच्चे की तरह रखते थे और उसे बिस्कुट खिलाते थे.’
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