Home RegionalMaharashtra ऊर्जा क्षेत्र में भारत का क्रांतिकारी कदमः अब लिथियम के लिए दूसरे देशों पर नहीं रहेगा निर्भर, बुटीबोरी में होगा उत्पादन

ऊर्जा क्षेत्र में भारत का क्रांतिकारी कदमः अब लिथियम के लिए दूसरे देशों पर नहीं रहेगा निर्भर, बुटीबोरी में होगा उत्पादन

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
lithium production

भारत अपने ऊर्जा और औद्योगिक क्षेत्रों में एक परिवर्तनकारी क़दम उठाने जा रहा है. नागपुर (महाराष्ट्) के अतिरिक्त बुटीबोरी में देश का पहला लिथियम रिफाइनरी और बैटरी निर्माण फैक्ट्री स्थापित की जाएगी. इस अभूतपूर्व परियोजना के लिए 42,532 करोड़ रुपये का भारी निवेश किया जाएगा.

MUMBAI : भारत अपने ऊर्जा और औद्योगिक क्षेत्रों में एक परिवर्तनकारी क़दम उठाने जा रहा है. नागपुर (महाराष्ट्) के अतिरिक्त बुटीबोरी में देश का पहला लिथियम रिफाइनरी और बैटरी निर्माण फैक्ट्री स्थापित की जाएगी. इस अभूतपूर्व परियोजना के लिए 42,532 करोड़ रुपये का भारी निवेश किया जाएगा, जो देश के महत्वपूर्ण ऊर्जा संसाधनों में आत्मनिर्भरता को परिभाषित करेगा और वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति को मजबूत करेगा.

इस मौके पर सुनिल जोशी चेयरमैन और वेदांश जोशी प्रबंध निदेशक ने इस महत्वाकांक्षी पहल की घोषणा करते हुए कहा कि यह भारत के लिए मील का पत्थर है. 500 एकड़ में फैली इस सुविधा का उद्देश्य भारत की लिथियम आयात पर निर्भरता को कम करना है,जिससे एक मजबूत घरेलू आपूर्ति श्रृंखला बनाई जा सके। इस रिफाइनिंग क्षमता के साथ, यहां 60,000 टन लिथियम की वार्षिक रिफाइनिंग और 20 GWh बैटरियों का उत्पादन होगा, जो भारत के वाहनों, घरों और उद्योगों को ऊर्जा प्रदान करेगा।

वैश्विक मंच पर भारत की स्थिति होगी मजबूत

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृष्टिकोण “मेक इन इंडिया” के सपनों को साकार करते हुए यह परियोजना भारत के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देगी. वर्धान लिथियम की उन्नत सुविधा न केवल भारत की बढ़ती लिथियम-आधारित उत्पादों की मांग को पूरा करेगी, बल्कि देश को स्वच्छ ऊर्जा समाधान में वैश्विक नेता के रूप में भी स्थापित करेगी।

वैश्विक मानकों के साथ विश्व-स्तरीय तकनीकी सहयोग

संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के प्रतिष्ठित प्रौद्योगिकी भागीदारों के सहयोग से वर्धान लिथियम यह सुनिश्चित करता है कि नागपुर में निर्मित उत्पाद उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप होंगे।

परियोजना को लाने में देवेंद्र फडणवीस की अहम भूमिका

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस परिवर्तनकारी परियोजना को राज्य में लाने में अहम भूमिका निभाई है। उनकी दूरदर्शिता और सक्रिय नेतृत्व ने महाराष्ट्र को पहले लिथियम रिफाइनरी और बैटरी निर्माण का केंद्र बनाया है। यह समझौता स्विट्ज़रलैंड के दावोस में हुआ। यह विकास उस समय हो रहा है जब वैश्विक स्तर पर लिथियम-आयन बैटरियों की मांग तेजी से बढ़ रही है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों और नवीकरणीय ऊर्जा भंडारण समाधानों की त्वरित स्वीकृति से प्रेरित है।

देश की अर्थव्यवस्था होगी मजबूत

इस विशाल फैक्ट्री की स्थापना से हजारों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर सृजित होंगे, जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा मिलेगा और क्षेत्रीय सामाजिक-आर्थिक विकास में योगदान होगा।

ये भी पढ़ेंः गणतंत्र दिवस पर दिखेगी ‘सशक्त भारत-सुरक्षित भारत’ की झलक, नाग मिसाइल के जरिए दुनिया देखेगी हिन्दुस्तान की ताकत

You may also like

Leave a Comment

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00