Camera Invention: भारत में स्टिल कैमरों के विकास की कहानी बताने के लिए राजस्थान के बीकानेर में अनूठी नुमाइश लगाई गई है. प्रदर्शनी में तरह-तरह के कैमरे रखे गए हैं, जो कुछ 100 साल पुराने हैं.
07 May, 2024
Camera Invention: आपने भारत में कई तरह की प्रदर्शनी देखी होंगी जैसे कपड़ों की, पुराने बर्तनों की. लेकिन राजस्थान के बीकानेर में 100 साल पुराने कैमरों की प्रदर्शनी लगी है, यह प्रदर्शनी 8 मई तक चलने वाली है. इसके साथ ही नुमाइश में फोटोग्राफी प्रेमियों ने डिजिटल दौर में कैमरे के विकास की कहानी में काफी दिलचस्पी ली.
नुमाइश का मकसद
आयोजकों के मुताबिक नुमाइश का मकसद नई पीढ़ी को ये बताना है कि पिछले कुछ दशकों में तकनीक के साथ कैमरों में किस तरह का बदलाव आया है. प्रदर्शनी, राव बीकाजी संस्थान ने जिला प्रशासन की मदद से लगाई है. प्रदर्शनी के उद्घाटन के दौरान बीकानेर जोन के कमिश्नर समेत कई अधिकारी मौजूद थे. प्रदर्शनी में आए फोटोग्राफर पुराने कैमरे देख कर पुरानी यादों में खो गए. उन्होंने वो दौर याद किया, जब फोटो खींचने से लेकर उसे डेवलप करने में काफी वक्त लगता था.
History Of The Camera: कब हुआ कैमरे का आविष्कार
जोहन जॉन ने 1685 में सबसे पहले कैमरा का डिजाइन बनाया था. फ्रांस के इंजीनियर जोसेफ नाइसफोन निप्से ने कैमरे की मदद से साल 1816 में पहली फोटोग्राफ निकाली थी.निप्से ने खुद के बनाए गए कैमरे का इस्तेमाल करते हुए सिल्वर क्लोराइड की कोटिंग वाले एक पेपर पर पहली फोटोग्राफ निकाली थी. निप्से की मौत के बाद उनके पार्टनर लुईस डैगुरे ने अपना प्रयोग जारी रखा और पहला फोटोग्राफिक प्रोसेस बनाया. इसे उन्होंने डैगुरियोटाइप नाम दिया था. साल 1840 में हैनरी फॉक्स ने कैलोटाइप नाम की एक नई पद्धति विकसित की, जिससे एक ही फोटो की कई कॉपी बनाई जा सकती थीं. ये कैमरे आकार में काफी बड़े होते थे और इनसे फोटो बनाने में भी काफी टाइम लगता था.
यह भी पढ़े: Hamida Banu Google Doodle: ‘जो मुझे हराएगा, उससे कर लूंगी शादी’ क्यों रखी थी महिला पहलवान ने अजीबोगरीब शर्त?