22 January 2024
राम मंदिर के नाम पर फेक वेबसाइट बनाकर लोगों से ठगी की कोशिश के मामले लगातार सामने आ रहे है। ऐसा ही एक मामले में दिल्ली हाइकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए वेबसाइट को निलंबित कर दिया है। ये वेबसाइट प्राण प्रतिष्ठा के बाद राम मंदिर का प्रसाद बांटने का दावा कर रही थी।
आज अयोध्या में भगवान राम विराजमान हो गए हैं। आज के दिन को लेकर पूरे देश में उत्साह देखा जा रहा है। जगह- जगह शोभायात्रा के साथ भंडारे का भी आयोजन किया गया है। लेकिन इसी बीच श्रद्धालुओं की खुशी का फायदा उठाने के लिए साइबर ठग भी एक्टिव हो गए है। लोगों को ठगने के लिए नए-नए तरीके भी आजमा रहे हैं। प्राण प्रतिष्ठा से पहले राम मंदिर के नाम पर चंदा मंगा जा रहा था, तो कहीं वीआईपी टिकट को लेकर भी लोगों को लूटने का काम किया गया है। इसी बीच राम मंदिर ट्रस्ट ने कई बार लोगों से इस तरह के स्कैम से बचने की अपील भी की थी। अब कोर्ट की तरफ से एसे लोगों पर बड़ी कार्रवाई की गई है।
वेबसाइट कर रही थी डोनेशन की मांग
ये वेबसाइट मुफ्त में ही प्रसाद बांट रही थी। लेकिन भारतीय ग्राहकों से 51 रुपए और विदेशियों से 11 डॉलर के डिलेवरी का पैसा ले रही थी। इसके अलावा लोगों से डोनेशन भी मांगा जा रहा है। कोर्ट ने ये फैसला खादी और ग्रामोद्योग की याचिका पर लिया है। याचिका में ये भी कहा गया कि फेक वेबसाईट ने, खादी ऑर्गेनिक आयोग ट्रेडमार्क के साथ झूठा रिश्ता दिखाया। फिर अयोध्या राम मंदिर प्रसाद की बिक्री के लिए आधिकारिक वेबसाइट के रूप में अपनी वेबसाइट तैयार की, और लोगों के साथ धोखाधड़ी शुरू कर दी।