Delhi Vendors Income : एक महीने से लगातार हीट वेव से वैसे तो पूरी दिल्ली का बुरा हाल है, लेकिन इसका सबसे ज्यादा कहर मजदूरों और रेहड़ी-पटरी लगाने वालों पर टूटा है.
14 June, 2024
Delhi Vendors Income : राजधानी दिल्ली में गर्मी ने कोहराम मचा रखा है. सुबह 10 बजे के बाद से ही तपिश इतनी बढ़ जाती है कि लोगों का बाहर निकलना दूभर हो जाता है. इसकी दोहरी मार स्ट्रीट वेंडर्स और कंस्ट्रक्शन लेबर्स पर पड़ रही है. मजदूरों को नियमित काम नहीं मिल रहा तो रेहड़ी पटरी पर दुकान लगाने वालों को पहले की तरह ग्राहक नहीं मिल रहे.
गर्मी के इस असर का खुलासा ‘ थिंक टैंक ग्रीनपीस इंडिया’ और ‘नेशनल हॉकर फेडरेशन ‘ की रिपोर्ट में हुआ है. रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली की सड़कों पर 80 प्रतिशत वेंडरों ने बताया कि इस बार गर्मी की वजह से उनके ग्राहकों में भारी कमी आई है. कई वेंडर्स ने ये कहा कि गर्मी का असर कमाई पर भी पड़ा है. ये पहले के मुकाबले 50 फीसदी तक कम हो गई है.
हीट वेव में बीमार पड़ रहे वेंडर्स
फेडरेशन की रिपोर्ट बताती है कि लगातार 45 डिग्री पार तापमान और बाहर काम करने की वजह से मजदूरों और स्ट्रीट वेंडर्स को स्वास्थ्य संबंधी परेशानी भी बढ़ी है. रिपोर्ट के लिए सर्वे में जिन 700 से अधिक लोगों से बातचीत की गई है, उससे पता चलता है कि आजीविका के साथ उनके स्वास्थ्य पर भी दुष्प्रभाव पड़ा है.
फेडरेशन के संयोजक संदीप वर्मा ने कहा कि, ‘हम सरकार से तुरंत हस्तक्षेप की मांग करते हैं. बाजारों में आवश्यक सुविधाएं, सुरक्षा किट और सबसे कमजोर लोगों के लिए संस्थागत सहायता के साथ हीट शेल्टर की व्यवस्था की जानी चाहिए क्योंकि भीषण गर्मी के कारण वेंडरों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है ‘.
महिला वेंडरों को ज्यादा परेशानी
गन्ना कोल्हू चलाने वाली महिला स्ट्रीट वेंडरों से बातचीत में पता चलता है कि पूरे दिन तपिश में रहने के बाद घर जाकर खाने का भी मन नहीं करता. भीषण गर्मी की वजह से महिला श्रमिकों को दूसरी समस्याएं भी हो रही है. इसमें थकावट, डिहाइड्रेशन और यूरिन इन्फेक्शन जैसी स्वास्थ्य समस्याएं शामिल हैं. सर्वे में पता चला कि करीब 8 में से 7 महिला स्ट्रीट वेंडर्स ने उच्च रक्तचाप की भी शिकायत की. इसी तरह मध्य आयु वर्ग की महिलाओं ने अत्यधिक गर्मी के कारण पीरियड्स में देरी को लेकर चिंता जताई.
कमाई आधी, इलाज का खर्च बढ़ा
रिसर्च में शामिल लोगों ने अपने परिवार में खासतौर पर बच्चों में उल्टी, लूज मोशन और नाक से खून आने जैसी समस्याओं का जिक्र किया. 82 फीसदी से अधिक स्ट्रीट वेंडर्स ने कहा कि उन्हें गर्मी से निपटने के बारे में कोई मार्गदर्शन नहीं मिला है. इनमें से 20 प्रतिशत ने लोगों ने कहा कि वह स्वास्थ्य सेवा का खर्चा नहीं उठा पा रहे हैं. सिर्फ 27 प्रतिशत लोग ही अन्य घरेलू आवश्यकताओं से समझौता किए बिना स्वास्थ्य सेवा का खर्च वहन कर सकते हैं.
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