Grameen Bharat Mahotsav: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिना किसी का नाम लिए कहा कि कुछ लोग देश में जाति की राजनीति के नाम पर शांति भंग करने की कोशिश कर रहे.
Grameen Bharat Mahotsav: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जाति की राजनीति पर बहुत बड़ा बयान दिया है. शनिवार को ग्रामीण भारत महोत्सव का उद्घाटन करते हुए उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा है कि कुछ लोग देश में जाति की राजनीति के नाम पर शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने जोर देकर कहा है कि ऐसी साजिशों को विफल किया जाना चाहिए.
पिछली सरकारों पर भी साधा निशाना
ग्रामीण भारत महोत्सव का उद्घाटन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि साल 2047 तक तक विकसित भारत के सपने को साकार करने में देश के गांव महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इसके बाद उन्होंने जोर देकर कहा कि कुछ लोग गांवों में जाति की राजनीति का जहर फैलाकर शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. हमें गांवों की शांति और सद्भाव की विरासत को मजबूत करने के लिए प्रयास करना होगा.
2014 से ही मैं लगातार, हर पल ग्रामीण भारत की सेवा में लगा हूं। गांव के लोगों को गरिमापूर्ण जीवन देना मेरी सरकार की प्राथमिकता है।
— BJP (@BJP4India) January 4, 2025
हमारा विजन है, भारत के गांव के लोग सशक्त बनें, उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले, उन्हें पलायन न करना पड़े, गांव के लोगों… pic.twitter.com/aXJBkNhzp2
पिछली सरकारों पर हमलावर होते हुए प्रधानमंत्री ने दावा किया कि पिछली सरकारों की ओर से ग्रामीण भारत में रहने वाली जनता की उपेक्षा की गई और आजादी के दशकों बाद भी उन गांवों को बुनियादी जरूरतों से वंचित रखा गया था. उन्होंने आगे कहा कि हमारी सरकार का विजन है कि भारत के गांव के लोग सशक्त बनें और उन्हें गांव में ही आगे बढ़ने के ज्यादा से ज्यादा अवसर मिले. पलायन की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अवसर मिलने से उन्हें पलायन न करना पड़े और गांव के लोगों का जीवन आसान बने.
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कैबिनेट के हालिया निर्णयों का भी किया जिक्र
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पिछली सरकारों से पूछा कि गावों को संवारने के सब काम पहले की सरकारों में भी तो हो सकते थे. उन्होंने जोर देकर पूछा कि पहले की सरकारों ने गांव और SC-ST-OBC की आवश्यकताओं की ओर ध्यान नहीं दिया. गांवों से पलायन होता रहा, लोगों की गरीबी बढ़ती रही और गांव-शहर के बीच की खाई बढ़ती रही. उन्होंने दावा किया कि जिन्हें किसी ने नहीं पूछा, उन्हें मोदी ने पूजा है और जो इलाके दशकों से विकास से वंचित थे, अब उन्हें बराबरी का हक मिल रहा है. क्यों उन्हें मोदी का इंतजार करना पड़ा क्या?
उन्होंने कैबिनेट के हालिया निर्णयों का बात करते हुए कहा कि पूरी दुनिया में DAP के दाम बढ़ कर आसमान छू रहे हैं, लेकिन हमने निर्णय लिया कि हम किसानों के सिर पर बोझ नहीं आने देंगे. हमारी सरकार ने सब्सिडी बढ़ाकर DAP के दाम को स्थिर रखा है. एक दिन पहले जारी SBI यानी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की रिपोर्ट का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि साल 2012 में भारत में ग्रामीण गरीबी करीब 26 प्रतिशत थी और अब साल 2024 में गरीबी घटकर 5 प्रतिशत से भी कम हो गई है.
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