13 February 2024
भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने कहा कि केंद्र सरकार को किसानों से बात करनी चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार का ‘‘अड़ियल रवैया’’ खतरनाक साबित हो सकता है। किसान नेता ने आश्चर्य जताते हुए पूछा कि क्या किसान हमेशा आंदोलन ही करता रहेगा, रास्ता ही जाम करता रहेगा और दिल्ली कूच करता रहेगा?
टिकैत से किसानों की मांगों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि ‘‘अलग-अलग राज्यों की मांगें अलग-अलग हैं। क्या किसान हमेशा आंदोलन करता रहेगा, रास्ता ही जाम करता रहेगा, या दिल्ली कूच करता रहेगा? सरकार की भी कुछ जिम्मेदारी है। इस तरह के मामलों को संज्ञान लेने में क्या दिक्कत है? और यह जो ‘जिद्दी रवैया’ है, वह कहीं न कहीं घातक साबित हो रहा है। सरकार को इन मुद्दों पर सोचना चाहिए और किसानों से बातचीत करनी चाहिए।’’
उन्होंने कहा कि भारतीय किसान यूनियन हमेशा किसानों के साथ है। दिल्ली में सीमाएं सील होने पर उन्होंने कहा, ‘‘किसानों की बात अनसुनी कर दी जाती है, किसानों की जो भी बात है, वो सुनी जानी चाहिए। उन्हें रोकना किसी तरह की बहादुरी नहीं है।’’
विभिन्न संगठनों द्वारा प्रस्तावित 16 फरवरी के बंद के आह्वान पर टिकैत ने कहा कि स्कूल वैन, मरीजों को ले जाने वाले वाहनों और सैन्य वाहनों को जाने की इजाज़त दी जाएगी। उन्होंने कहा कि समस्याओं का समाधान बातचीत से किया जाना चाहिए।
आपको बता दें कि किसान नेताओं और केंद्र के बीच बातचीत बेनतीजा रहने के बाद किसानों ने आज ‘दिल्ली चलो’ मार्च का ऐलान किया था। दिल्ली में किसानों की ऐंट्री रोकने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर बहुस्तरीय अवरोधक, कंक्रीट के अवरोधक, लोहे की कीलों और कंटेनर की दीवारें लगाकर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।