Delhi Coaching Centre Tragedy: दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सख्त से सख्त एक्शन लेने की बात कही है. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेता दिल्ली सरकार पर हमलावर है.
28 July, 2024
Delhi Coaching Centre Tragedy: दिल्ली में रविवार की शाम दर्दनाक हादसा हो गया. दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर स्थित राव IAS कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन स्टूडेंट्स की दर्दनाक मौत हो गई. मरने वालों में 2 छात्रा और 1 छात्र शामिल है. वहीं अब इस हादसे पर सियासत भी शुरू हो गई है. दिल्ली की आम आदमी पार्टी की सरकार ने सख्त से सख्त एक्शन लेने की बात कही है. राजेंद्र नगर की घटना के बाद मेयर शैली ओबरॉय ने MCD कमिश्नर को निर्देश जारी कर कहा कि गैरकानूनी तरीके से बेसमेंट में चल रहे कोचिंग सेंटर्स पर सख्त से सख्त एक्शन लिया जाए. वहीं दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मंत्री मुख्य सचिव को इस घटना की जांच शुरू करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है. दूसरी ओर भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के नेता दिल्ली सरकार पर हमलावर है.
‘नालों की सफाई होनी चाहिए लेकिन किसी ने नहीं सुनी’
पश्चिमी दिल्ली से BJP सांसद कमलजीत सहरावत ने अपने ‘X’ हैंडल पर एक पोस्ट कर दिल्ली की सत्तासीन AAP की घेरा. उन्होंने एक वीडियो शेयर किया, जिसमें एक युवक कह रहा है कि हम पिछले 10-12 दिनों से स्थानीय MCD पार्षद से कह रहे हैं कि इलाके के नालों की सफाई होनी चाहिए लेकिन किसी ने हमारी बात नहीं सुनी. स्थानीय AAP विधायक को भी कोई फर्क नहीं पड़ा. कमलजीत सहरावत ने आगे कहा कि दिल्ली की MCD (Municipal Corporation of Delhi) और राज्य सरकार दोनों आम आदमी पार्टी के नियंत्रण में हैं. स्थानीय पार्षद और विधायक भी AAP के ही चुने गए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि छात्रों की मौत कोई हादसा नहीं बल्कि हत्या है.
‘अब कोई जवाबदेही लेने को तैयार नहीं है’
वहीं दिल्ली BJP अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि राजेंद्र नगर की दुर्घटना पर अब कोई जवाबदेही लेने को तैयार नहीं है. उन्होंने भी अपने ‘X’ हैंडल पर अपना बयान जारी किया और आरोप लगाया कि यह हादसा नहीं, हत्या है. उन्होंने अपने पोस्ट में आगे कहा कि दिल्ली में पूरे देश के बच्चे उज्ज्वल भविष्य के सपने के साथ आते हैं, लेकिन इस तरह के हादसों में उन्हें जान गंवानी पड़ जाती है. उन्होंने आरोप लगाया कि दिल्ली की भ्रष्ट सरकार में इस तरह के हादसे आम हो गए हैं. उन्होंने कुछ दिन पहले की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि जिस प्रकार साउथ पटेल नगर में दुर्भाग्यपूर्ण ढंग से 3 बच्चों की जान चली गई. उसके लिए पूर्ण रूप से दिल्ली सरकार ही जिम्मेदार है. जिम्मेदार लोगों पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
1 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग
इसके साथ ही वीरेंद्र सचदेवा ने मरने वाले छात्रों के परिवार के लोगों के लिए 1 करोड़ रुपये की सहायता राशि की मांग की. साथ ही उन्होंने लगातार हो रही इस तरह की दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं को लेकर दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी के इस्तीफे और सभी स्थानीय सरकारी अधिकारियों को निलंबित करने की मांग कर दी. उन्होंने मृतक छात्रों के लिए शोक जताते हुए सारे कार्यक्रम रद्द कर दिए. उन्होंने कहा कि मैं अपने आज के सभी सार्वजनिक कार्यक्रमों, समारोहों और बैठकों को मृतक छात्रों के शोक में रद्द करता हू. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेताओं ने भी इस तरह घटनाओं पर कड़ा रुख अपनाने की मांग करते हुए दिल्ली सरकार पर गंभीर आरोप लगा दिए.
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‘यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना रवैया’
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने अपने ‘X’ हैंडल पर पोस्ट करते हुए कहा कि दिल्ली की एक कोचिंग के बेसमेंट में पानी भरने से तीन छात्रों की मृत्यु की घटना हृदयविदारक है. दिवंगत आत्माओं और शोकाकुल परिवार के सदस्यों के लिए ईश्वर से प्रार्थना करती हूं. उन्होंने दिल्ली सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि हाल में पटेल नगर में एक छात्र की करंट लगने से मौत हो गई. यह लापरवाही और अव्यवस्था की पराकाष्ठा है. जो बच्चे दूर-दूर से यहां अपने सपने पूरे करने के लिए आते हैं, उनकी जिंदगी भी उनसे छिन जा रही है. यह आपराधिक और गैर-जिम्मेदाराना है. इसकी जवाबदेही तय होनी चाहिए.
‘राहुल गांधी ने दिल्ली सरकार को घेरा’
साथ ही प्रियंका गांधी ने मांग करते हुए कहा कि सबसे जरूरी है कि जिन इलाकों में प्रतियोगी छात्र रहते हैं, वहां से सभी निर्माण, जो अवैध और जानलेवा है, उन्हें दुरुस्त करना चाहिए. वहीं कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कहा कि प्रतियोगी छात्रों की मृत्यु बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है. कुछ दिन पहले बारिश के दौरान बिजली का करंट लगने से एक छात्र की मौत हो गई. सभी शोकाकुल परिजन को भावपूर्ण संवेदनाएं व्यक्त करता हूं. इन्फ्रास्ट्रक्चर का यह कोलैप्स सिस्टम की संयुक्त असफलता है. असुरक्षित निर्माण, लचर टाऊन प्लानिंग और हर स्तर पर संस्थाओं की गैरजवाबदेही की कीमत आम लोग अपनी जान गंवा कर चुका रहे हैं. सुरक्षित और सुविधाजनक जीवन हर नागरिक का अधिकार और सरकारों का दायित्व है.