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Crude Oil को लेकर फिर छिड़ा विवाद, जानें क्यों पेट्रोलियम मंत्री ने दी DMK सांसद को याददाश्त ताजा करने की नसीहत

by Divyansh Sharma
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Crude Oil को लेकर फिर छिड़ा विवाद, जानें क्यों पेट्रोलियम मंत्री ने दी DMK सांसद को याददाश्त ताजा करने की नसीहत

Crude Oil: हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने DMK सांसद दयानिधि मारन (Dayanidhi Maran) को कहा कि उन्हें याददाश्त को फिर से ताजा करने जरूरत है.

24 July, 2024

Crude Oil: भारत के केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिंह पुरी (Hardeep Singh Puri) ने द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (Dravida Munnetra Kazhagam) सांसद दयानिधि मारन को बड़ी नसीहत दी. हरदीप सिंह पुरी ने DMK सांसद को कहा कि उन्हें याददाश्त को फिर से ताजा करने जरूरत है और थोड़ा होमवर्क करने से वरिष्ठ नेता को मदद मिल सकती थी. दरअसल, रूस से तेल खरीदने पर DMK सांसद दयानिधि मारन (Dayanidhi Maran) ने संसद में कई मुद्दे उठाए थे. इस पर जवाब देते हुए हरदीप सिंह पुरी ने DMK सांसद को निशाने पर ले लिया.

‘बार-बार दोहराने से तथ्य नहीं बदलते’

हरदीप सिंह पुरी ने अपने ‘X’ हैंडल पर एक पोस्ट में लिखा कि साथी सांसद और विपक्षी समूह के वरिष्ठ सदस्य दयानिधि मारन ने संसद में जो कुछ मुद्दे उठाए हैं. वह आश्चर्यजनक हैं. एक ही मुद्दे को बार-बार उठाने से तथ्य नहीं बदल जाते हैं. मैं उनकी याददाश्त को फिर से ताजा करना चाहूंगा. पेट्रोल और डीजल की कीमतों के मुद्दे से स्पष्ट है कि उन्हें थोड़ा होमवर्क करने से मदद मिल सकती थी. मैं रूस से कच्चे तेल की खरीद के बारे में सांसद के झूठे दावों पर हैरान हूं. उन्होंने आगे कहा कि बड़े नेता को पता होना चाहिए कि कई यूरोपीय देशों ने इसी साल फरवरी में यूक्रेन और तुर्कस्ट्रीम गैस पाइपलाइन के माध्यम से रूसी जीवाश्म गैस और द्रुज्बा पाइपलाइन के जरिए कच्चा तेल लिया है.

‘दयानिधि मारन ने भ्रामक बयान दिया’

हरदीप सिंह पुरी ने आगे कहा कि यूरोपीय संघ ने पाइपलाइनों के माध्यम से जीवाश्म गैस और कच्चे तेल पर प्रतिबंध नहीं लगाया है. भारतीय संस्थाएं जहां से भी सबसे सस्ता कच्चा तेल मिलता है, वहां से खरीदने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र हैं. उन्होंने कहा कि दयानिधि मारन ने वैश्विक तेल की कीमतों के बारे में भी पूरी तरह से भ्रामक बयान दिया है. उनका यह बयान कि भारत 60 अमेरिकी डॉलर में कच्चा तेल खरीद रहा है, जबकि वैश्विक तेल की कीमत 120 अमेरिकी डॉलर है, पूरी तरह से गलत और गलत जानकारी वाला है. पिछले साल से कच्चे तेल की कीमतें 85 अमेरिकी डॉलर के आसपास बनी हुई हैं. साथ ही हरदीप सिंह पुरी ने यह भी बताया कि भारत रूस से कच्चा तेल क्यों खरीद रहा है.

‘हमारे अपने लोग हमारी प्राथमिकता’

भारत के केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री ने कहा कि मैंने पश्चिमी मीडिया से कहा था कि हमारे अपने लोग हमारी प्राथमिकता हैं. हम ऊर्जा उत्पाद उसी से खरीदेंगे जो इसे सबसे सस्ते में बेचेगा ताकि हमारे देश में ऊर्जा की उपलब्धता, सामर्थ्य और स्थिरता सुनिश्चित हो सके. जहां तक ​​पेट्रोल और डीजल की कीमतों का सवाल है, दयानिधि मारन भी तथ्यों को दबा रहे हैं. जब वैश्विक ऊर्जा संकट के दौरान भी जब हमारे पड़ोस के कई देशों में ईंधन पंप बंद हो गए थे और दुनिया भर में ईंधन की कीमतें आसमान छू रही थी, तब भारत एकमात्र ऐसा देश था जहां ईंधन की कीमतें कम हुई थी. उन्हें अपने अंदर झांककर देखना चाहिए कि तमिलनाडु में पेट्रोल और डीजल की कीमतें BJP शासित राज्यों की तुलना में 10-12 रुपये प्रति लीटर क्यों अधिक हैं.

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