Baba Siddique Death: 6 राउंड की फायरिंग में बाबा सिद्दीकी को 2 गोलियां पेट और 1 सीने में लगी. हालांकि, यह पहला मामला नहीं था.
Baba Siddique Death: महाराष्ट्र से शनिवार की रात चौंकाने वाली खबर सामने आई. NCP-अजीत पवार गुट के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रह चुके बाबा सिद्दीकी की गोली मारकर हत्या कर दी गई.
ऑटो से आए 3 शूटर्स ने बाबा सिद्दीकी के ऊपर ताबड़तोड़ गोलियां चला दी. 6 राउंड की फायरिंग में बाबा सिद्दीकी को 2 गोलियां पेट और 1 सीने में लगी. हालांकि, यह पहला मामला नहीं था.
इससे पहले भी कई नेताओं की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी. इसमें इंदिरा गांधी और सिद्धू मूसे वाला का नाम भी शामिल है.
इन नेताओं की हुई हत्या
इंदिरा गांधी (Indira Gandhi)- इस लिस्ट में सबसे पहला नाम आता है पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का. भारत की पूर्व प्रधानमंत्री की भी गोली मारकर हत्या की गई थी.
31 अक्टूबर, 1984 की सुबह उनके दो सिख अंगरक्षकों सतवंत सिंह और बेअंत सिंह ने 25 से ज्यादा गोलियां मारकर उनकी हत्या कर दी. सबसे पहले बेअंत सिंह ने अपनी सर्विस रिवॉल्वर से उन पर 3 गोलियां चलाई.
फिर सतवंत सिंह ने ऑटोमैटिक कार्बाइन की सभी 25 गोलियां उन पर दाग दी. हमले के बाद उन्हें AIIMS ले जाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया.
प्रताप सिंह कैरों (Pratap Singh Kairon)- पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों की भी हत्या 6 फरवरी 1965 को गोली मारकर की गई थी. दिल्ली से चंडीगढ़ लौटते समय उन्हें हमलावरों ने गोलियों से भून दिया था.
उन पर यह हमला दिल्ली से करीब 30 किलोमीटर दूर जीटी रोड पर हुआ था.
हमले में उनके उनके सहयोगी बलदेव कपूर और उनके ड्राइवर को भी गोली लगी थी. पूर्व मुख्यमंत्री प्रताप सिंह कैरों के साथ ही उन दोनों लोगों की भी मौत हो गई थी . आपसी रंजिश के चलते उनकी हत्या को अंजाम दिया गया था.
कृष्णानंद राय (Krishnanand Rai)- मुहम्मदाबाद के पूर्व विधायक कृष्णानंद राय की भी हत्या कुछ इसी तरह की गई थी.
29 नवंबर, 2005 को भांवरकोल ब्लॉक के सियाड़ी गांव में एक क्रिकेट प्रतियोगिता में मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल होने जा रहे कृष्णानंद राय के काफिले पर AK-47 से 500 राउंड फायरिंग की गई.
बसनिया चट्टी के पास हुए इस हमले में कृष्णानंद राय को 60 से ज्यादा गोलियां लगी. बता दें कि इस हत्याकांड को चुनावी रंजिश के कारण अंजाम दिया गया था.
इस हत्याकांड का मुख्य आरोपी मुख्तार अंसारी को बनाया गया था. हालांकि, बाद में वह बरी हो गए. बांदा जेल मुख्तार अंसारी की मौत हो गई थी.
यह भी पढ़ें: बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सलमान की जान को खतरा! बढ़ाई गई एक्टर के घर की सिक्युरिटी
प्रमोद महाजन (Pramod Mahajan)- 22 अप्रैल 2006 को प्रमोद महाजन की उनके भाई प्रवीण महाजन ने गोली मारकर हत्या कर दी.
किसी बात को लेकर चली 15 मिनट की बहस के बाद उनके भाई ने उनको गोली मार दी. प्रवीण महाजन ने उनको 3 गोलियां मारी. 13 दिन तक हॉस्पिटल में भर्ती रहने के बाद उन्होंने दम तोड़ दिया.
3 मई 2006 को प्रमोद महाजन मौत हो गई. अटल बिहारी वाजपेयी के प्रधानमंत्री बनने, या लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा, शिवसेना से गठबंधन और शाइनिंग इंडिया जैसे कामों में उनका जिक्र अहम हो जाता है.
सिद्धू मूसे वाला (Sidhu Moose Wala)- 29 मई 2022 में शहूर पंजाबी सिंगर और कांग्रेस नेता सिद्धू मूसे वाला की सरेआम हत्या कर दी गई.
लॉरेंस बिश्नोई और गोल्डी बराड़ गैंग के शूटर्स ने उनकी गाड़ी को घेरकर करीब एक मिनट तक 30 राउंड फायरिंग की. सिद्धू मूसेवाला के शरीर से 24 गोलियां निकाली गई.
इस हमले में सिद्धू मूसेवाला के दो साथी भी गंभीर रूप से घायल हो गए थे. जानकारी के मुताबिक सिद्धू मूसेवाला की हत्या गैंगस्टरों की आपसी दुश्मनी के कारण हुई थी. गोल्डी बराड़ इसे लेकर बयान भी दिया था.
नब किशोर दास (Naba Kishore Das)- 29 जनवरी को 2023 को ओडिशा के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. ओडिशा पुलिस में ASI के पद पर तैनात गोपाल कृष्ण दास ने उनकी हत्या को अंजाम दिया.
कृष्ण दास उनकी सुरक्षा में ही तैनात था. एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए झारसुगुड़ा के ब्रजराजनगर वह गए हुए थे. इसी दौरान उनको गोली मार दी.
उन्हें तुरंत हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां पूर्व स्वास्थ्य मंत्री नब किशोर दास को मृत घोषित कर दिया गया.
इन सबके अलावा कई और नेताओं की गोली मारकर हत्या कर दी गई है. इसमें पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्या चरण शुक्ला, फूलन देवी, छत्तीसगढ़ के नेता महेंद्र कर्मा, अब्दुल घनी लोन, अखिल भारतीय गोरखा लीग के अध्यक्ष मदन तमांग का नाम भी शामिल है.
यह भी पढ़ें: SP अध्यक्ष ने नीतीश कुमार से कर दी बड़ी मांग, भड़के JDU सांसद; पूछा- कौन हैं अखिलेश यादव