Mother’s Day Special 2024 : मैक्सिम गोर्की के सबसे प्रसिद्ध उपन्यास ‘मां’ को पढ़कर आप अपना मदर्स डे (Mother’s Day) को काफी स्पेशल बना सकते हैं.
11 May, 2024
Mother’s Day Special 2024 : ‘अपने जीवन को रबर के टुकड़े की तरह खींचते जाते हैं. सच्चे इंसान तो वह होते हैं जो मनुष्य के विचारों को मुक्त करने के लिए अपना जीवन अर्पित कर देते हैं’. ये चंद लाइनें मैक्सिम गोर्की (Maxim Gorky) के सबसे प्रसिद्ध उपन्यास ‘मां’ से ली गई हैं. इस कहानी को रूस की क्रांति की पृष्ठभूमि में लिखा गया है. इसमें लेखक ने एक औरत की असाधारण यात्रा को दर्शाया है.
क्या कहती है ‘मां’ की कहानी?
इस उपन्यास में मां को शुरुआत में लगता है कि उसका बेटा शायद गलत रास्ते जा रहा है, परंतु जैसे-जैसे युद्ध की पृष्भूमि तैयार होती है वैसे ही मां भी तैयार होती है एक क्रान्तिकारी के रूप में. दरअसल, इसका कथानक पाठकों के लिए भी यह एक यात्रा है और उसका अंत क्रांति का मकसद समझना है. अगर आप कुछ अर्थपूर्ण कृति पढ़ना चाहते हैं तो यह उपन्यास आपके लिए है.
Maxim Gorky Biography गोर्की का जीवन परिचय
‘मां’ को मैक्सिम गोर्की की सर्वश्रष्ठ कृतियों में से एक माना जाता है. गोर्की का जन्म 1868 को हुआ था. उनका जीवन गरीबी में बीता. गोर्की ने चलते-फिरते ज्ञान हासिल किया और पैदल घूम-घूमकर समाज और दुनियादारी की समझ पाई. इतना ही नहीं इतनी मुश्किलों भरी जिंदगी में गोर्की ने कभी हार नहीं मानी.
ये हैं मैक्सिम गोर्की की सर्वश्रष्ठ कृतियां
अपने मूल नाम ‘अलेक्सेई मक्सिमोविच पेश्कोव’ से गोर्की बनने तक उनका सफर कई ऊंचे नीचे पड़ावों से गुज़रा था. ‘गोर्की’ का शाब्दिक अर्थ ‘कड़वा’ होता है. सिर्फ ‘मां’ उपन्यास ही नहीं ‘मेरा बचपन’, ‘लोगों के बीच’ और ‘मेरे विश्वविद्यालय’ जैसे उपन्यास मैक्सिम गोर्की की आत्मकथाएं हैं, जिनमें उन्होंने अपना जीवन खोलकर रख दिया है.
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