Lucknow Best Tourist Place : नवाबों का शहर लखनऊ में कई ऐसी इमारत और महल हैं जिससे पता चलता है कि यह एक समय प्रमुख आर्थिक और शैक्षिक केंद्र रहा है.
Lucknow Best Tourist Place : उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ कई ऐतिहासिक इमारतों के लिए अपनी एक अलग पहचान रखता है. यहां पर कई किले और इमारत ऐसे हैं जो सदियों पुरानी हैं और इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं. इसके अलावा नवाबों का शहर पर्यटन स्थल का एक रत्न भी रहा है. अगर आप यहां पर अपने परिवार और दोस्तों के साथ घूमने का प्लान बना रहे हैं तो इन इमारतों पर घूमने जरूर जाएं जिसको देखकर आपको लगेगा कि यह सही मायनों में नवाबों का शहर है…
रूमी दरवाजा
60 फीट ऊंचा ‘रूमी दरवाजा’ लखनऊ में अपनी एक अलग पहचान रखता है. इस दरवाजे को सन् 1784 में वाब आसफउद्दौला ने बनवाया था. इसका स्ट्रक्चर तुर्की शैली में तैयार किया गया था और यह लखनऊ की संस्कृति के प्रतीक के रूप में देखा जाता है.
मोती महल
गोमती नदी के किनारे बना मोती महल लखनऊ की प्रमुख इमारतों में से प्रमुख है. इसको सआदत अली खां ने बनवाया था और यह इमारत नवाबों के लिए बनवाई गई थी ताकि वह उड़ते हुए पक्षियों को देख सके. यह इमारत प्रदेश की राजधानी की संस्कृति को और सुंदर बनाती है.
घंटा घर
लखनऊ में 221 फीट ऊंचा घंटा घर 1887 ई ब्रिटिश काल की अनूठी वास्तुकला का नमूना है. यह भारत के सबसे ऊंचे घंटाघरों में से एक है, इसके बारे में इतिहासकार नवाब मसूद अब्दुल्लाह कहते हैं कि हुसैनाबाद ट्रस्ट के ट्रस्टी ने सर जार्ज कूपर के आगमन के स्वागत में बनवाया था.
छोटा इमामबाड़ा
हुसैनाबाद इमामबाड़ा के नाम से मशहूर छोटा इमामबाड़ा की सजावट लोगों को मंत्रमुग्ध कर देती है. इसके अंदर एक झील है और एक बाग भी है. साथ ही इसकी छत पर चांदी का काम देखने योग्य है.
मुगलकालीन इमामबाड़ा
हुसैनाबाद में एक मुगलकालीन इमामबाड़ा है और इसको नवाब असफ उद्दौला ने बनवाया था. इस इमारत में मुगलकालीन की वास्तुकला साफ दिखती है और यह लखनऊ के महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल में से एक है.
ब्रिटिश रेजीडेंसी
ब्रिटिश रेजीडेंसी को उस तरह से संरक्षित नहीं किया गया हो लेकिन इतिहास प्रेमियों के लिए इस जगह का महत्व पता है. इसका कारण है कि 1857 की क्रांति के दौरान क्रूर ब्रिटिशों शासन के खिलाफ जब युद्ध छेड़ा गया तो यह ब्रिटिशों का महत्वपूर्ण केंद्र बन गया था. इसको 18वीं शताब्दी में ब्रिटिश मेहमानों के लिए बनवाया गया था.
कैसरबाग पैलेस कॉम्प्लेक्स
लखनऊ में कैसरबाग पैलेस कॉम्प्लेक्स छिपे हुए रत्नों में से एक है जिसको देखने के लिए हर लाखों पर्यटक देखने के लिए आते हैं. इमारत का निर्माण 1848 में नवाब वाजिद अली शाह के निर्देश पर शुरू किया गया था. इसकी संरचनाएं इसे बहुत खूबसूरत बनाती है लेकिन सबसे आकर्षण का केंद्र सफेद पत्थर से बनी एक अद्भुत इमारत है.
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