Biden Imposed Heavy Import Tariffs On Chinese: दुनिया की दो महाशक्तियों के बीच एक बार फिर ‘ट्रेड वॉर’ छिड़ गई है. अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने चीन से आयात किए जाने वाले सामानों पर 100 प्रतिशत तक का टैक्स (Tax) लगा दिया है.
15 May, 2024
Tariff Tax: हम एक ऐसे युग में रहते हैं जहां ऑनलाइन व्यवसायों खुले वैश्विक व्यापार पर फल-फूल रहे हैं. अंतरराष्ट्रीय व्यापार समझौते हमेशा दोनों देशों को लाभान्वित करते हैं. ठीक वैसे ही दुनिया में कई देशों के बीच काफी तरह का आयात-निर्यात भी होता है. लेकिन अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (US President Joe Biden) ने चीनी इलेक्ट्रिक वाहनों, बैटरी, स्टील, सौर सेल और एल्यूमीनियम पर भारी टैरिफ लगाया है, जिससे चीन की मुश्किलें बढ़ गई हैं. लेकिन यहां सवाल ये भी है कि आखिर यह टैरिफ होता है?
अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करने में मिलती है मदद
टैरिफ अंतरराष्ट्रीय व्यापार को नियंत्रित करता है. कई राष्ट्र चाहते हैं कि व्यापार मुक्त होने के बजाय निष्पक्ष होना चाहिए. इसलिए, वह दूसरे देश से आयातित वस्तुओं और सेवाओं पर कर लगाते हैं. लोग आमतौर पर इस कर को टैरिफ के रूप में संदर्भित करते हैं.
क्या है टैरिफ (What Is Tariff) ?
एक टैरिफ अन्य देशों से आयातित वस्तुओं या सेवाओं पर लगाया जाने वाला कर होता है. सरकारों ने मुख्य रूप से व्यापार को प्रतिबंधित करने के लिए वैश्विक व्यापार में टैरिफ की शुरुआत की. भारत में हमारे द्वारा ऑनलाइन खरीदे जाने वाले कई उत्पाद अन्य देशों में इकट्ठे होते हैं, या पूरी तरह से भारत के बाहर बने होते हैं. साथ ही टैरिफ का उद्देश्य माल की कीमत में वृद्धि करना है और इसलिए, आयात को कम करना होता है. इतना ही नहीं, घरेलू उद्योग की सुरक्षा के लिए टैरिफ भी सरकारों के लिए एक उपयोगी उपकरण है.
क्या है टैरिफ का उद्देश्य?
ऐसे कई कारण हैं, जिनकी वजह से सरकारें आयातित वस्तुओं पर शुल्क लगाती हैं. कुछ सबसे आम हैं.
- घरेलू विक्रेताओं की सुरक्षा
- राष्ट्रीय सुरक्षा बनाए रखना
- घरेलू उपभोक्ताओं की सुरक्षा
- उभरते उद्योगों को बढ़ावा देना
- घरेलू रोजगार पैदा करना
- नकारात्मक पक्ष: आपकी लागतों में वृद्धि
- अंतरराष्ट्रीय शिपिंग लागत कम करें