TTP In Pakistan: TTP प्रवक्ता मोहम्मद खोरासानी ने बयान जारी कर कहा कि पाकिस्तानी सेना से जुड़ी कंपनियां ही पाकिस्तान की असली ताकत और उसकी आय के स्रोत हैं.
TTP In Pakistan: आतंक के आका पाकिस्तान को अब उसी की भाषा में जवाब मिल रहा है. TTP यानी तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान ने पाकिस्तानी सेना के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. TTP ने पाकिस्तानी सेना से जुड़ी कंपनियां में निवेश करने लोगों और इनसे जुड़े व्यापारियों को निशाना बनाना शुरू कर दिया है. TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खोरासानी ने बयान जारी कर इस धमकी दी.
व्यापारियों को दिया तीन महीने का वक्त
दरअसल, TTP के प्रवक्ता मोहम्मद खोरासानी ने कुछ समय पहले बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तानी सेना से जुड़ी कंपनियां ही पाकिस्तान सेना की असली ताकत उसकी आय के स्रोत हैं. उन्होंने दावा किया कि इस कारण ही पाकिस्तानी सेना पिछले 70 सालों से देश पर अपना दबदबा बनाए हुए है. अपने बयान में TTP के प्रवक्ता ने धमकी देते हुए कहा कि जो लोग पाकिस्तानी सेना से जुड़ी कंपनियों में शेयर रखते हैं, वह तीन महीने के भीतर अपने शेयर बेच दें.
अगर वह ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें बड़ा नुकसान झेलना पड़ेगा. इसके अलावा TTP ने पाकिस्तानी सेना से जुड़े उत्पाद बेचने वाले दुकानदारों को भी दो महीने के भीतर अपना स्टॉक खत्म करने और कुछ अन्य विकल्प ढूंढने की चेतावनी दी गई है. TTP ने अपनी रणनीति साफ करते हुए कहा कि पाकिस्तानी सेना के व्यवसायों को सीधे तौर पर निशाना बनाएगा और वह इन कंपनियों और संस्थानों पर हमला करेगा.
पाकिस्तान के शहरों को निशाना बना सकता है TTP
बता दें कि TTP पाकिस्तानी सेना की आर्थिक ताकत को कमजोर करने पर अड़ गया है. जम्मू-कश्मीर पुलिस के पूर्व DGP एसपी वैद ने कहा कि यह बयान पाकिस्तान में एक बार फिर से तनावपूर्ण हालात पैदा कर सकता है. TTP का यह कदम सेना के आर्थिक ढांचे पर प्रहार करने की स्पष्ट योजना को दर्शाता है. TTP के लड़ाकों की यह धमकी पाकिस्तानी सेना की नींद उड़ाने के लिए काफी है.
इस धमकी के बाद से कई पाकिस्तानी विश्लेषकों को चिंता है कि TTP की नई रणनीति व्यापक हिंसा की वापसी का संकेत दे सकती है. इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पाकिस्तान के शहरी क्षेत्रों में देखा जा सकता है. उनका मानना है कि इन धमकियों की आड़ में TTP धन जुटा सकता है. व्यवसाय और व्यक्ति निशाना बनाए जाने से बचने के लिए जबरन वसूली का सहारा ले सकते हैं. बता दें कि पिछले साल दिसंबर में पाकिस्तानी सेना ने अफगानिस्तान में हवाई हमले किए थे. इससे TTP और पाकिस्तानी सेना के बीच तनाव बढ़ गया है.
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कौन-कौन सी कंपनियां हैं TTP के निशाने पर?
- फौजी सीमेंट कंपनी लिमिटेड
- अस्करी बैंक लिमिटेड
- फौजी फर्टिलाइजर कंपनी लिमिटेड
- फौजी फूड्स लिमिटेड
- अस्करी सीमेंट लिमिटेड
- अस्करी फ्यूल्स
- नेशनल लॉजिस्टिक सेल (NLC)
- फ्रंटियर वर्क्स ऑर्गनाइजेशन (FWO)
- पाकिस्तान ऑर्डनेंस फैक्ट्री (POF)
- फौजी फाउंडेशन
- डिफेंस हाउसिंग अथॉरिटी (DHA)
- अन्य सभी संस्थान, जिनमें सेना की हिस्सेदारी है.
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