16 Febryary 2024
संयुक्त राष्ट्र प्रमुख एंटोनियो गुटारेसे ने एक रिपोर्ट जारी की है। जिसमें कहा गया है कि इस बात के कोई संकेत नहीं मिले हैं कि तालिबान ने विदेशी आतंकवादी लड़ाकों की एक्टिविटीज को सीमित करने के लिए कदम उठाए हैं। रिपोर्ट में सदस्य देशों की चिंता भी जताई गई है। उसमें कहा गया कि अफगानिस्तान में आतंकवादी समूहों को हाल के समय में पिछले समय की तुलना में ज्यादा आजादी मिली है। खास तौर पर से खतरनाक ISIL के आतंकवादी समूहों की ताकत को बढ़ाने पर ध्यान दिया गया है। जेल से हजारों लोगों की रिहाई के बाद इसके लड़ाकों की संख्या करीब 2,200 से दोगुनी हो गई है।
महासचिव की 14वीं रिपोर्ट
संयुक्त राष्ट्र के कोशिशो पर महासचिव की ये 14वीं रिपोर्ट जारी हुई है। जिसके मुताबिक 15 अगस्त को तालिबान के मिलिट्री ऑपरेशन के बाद से अफगानिस्तान में सुरक्षा परिदृश्य बदल गया है। जिसने काबुल समेत करीब 34 प्रांतीय राजधानियों में से 33 पर कब्जा कर लिया था।
सदस्य देशों का आंकलन है कि तालिबान द्वारा अफगानिस्तान में ISIL से जुड़े संगठन इस्लामिक स्टेट इन इराक एंड द लेवांत-खोरासन के कई वॉरियर्स को रिहा किए जाने के बाद उसकी ताकत पहले के मुकाबले 2,200 लड़ाकों से बढ़कर अब 4,000 तक पहुंच गई है।
महासचिव की रिपोर्ट में एक सदस्य देश का आकलन है कि आधे से ज्यादा लोग विदेशी आतंकवादी लड़ाके हैं। ISIL पूर्वी अफगानिस्तान में सीमित क्षेत्र को नियंत्रित करता है। ये 27 अगस्त, 2021 को काबुल हवाई अड्डे पर बमबारी जैसे हाई-प्रोफाइल मुश्किल हमले करने में शामिल रहा है। जिसमें 180 से ज्यादा लोग मारे गए। ISIL उसके बाद के कई हमलों, विशेष रूप से तालिबान और शिया समुदाय के सदस्यों के खिलाफ हमलों में भी शामिल रहा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि अफगानिस्तान में आईएसआईएल का नेतृत्व अफगान नागरिक सनाउल्लाह गफारी कर रहा है। समूह देश में उथल-पुथल का फायदा उठा रहा है। जिसमें पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट और तुर्किस्तान इस्लामिक पार्टी के वॉरियर्स के अलावा अन्य विदेशी आतंकवादी समूहों की भर्ती भी शामिल है।