Earthquake : जापान में मंगलवार को एक बार फिर तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए. यहां पर 6.1 की तीव्रता वाला भूकंप आया. जापान के अलावा दुनिया में ऐसे कई देश हैं जहां पर सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं. विस्तार से जानिए वह कौन-कौन से देश हैं, जहां लगते हैं भूकंप के जोरदार झटके.
2 April, 2024
Japan Earthquake : जापान में मंगलवार को भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए. रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.1 मापी गई. जापान में एक साल के दौरान करीब 2000 भूकंप आते हैं. इसी कारण देश में आम लोग लकड़ी के घर बनाते हैं. ऐसे ही दुनिया में कई ऐसे देश हैं, जहां पर वर्ष में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. आइए हम इस रिपोर्ट में आपको बताते हैं कि वह 5 देश कौन-से हैं, जहां पर सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं.
दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप जापान में आते हैं
जापान दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप झेलने वाला देश है. यहां पर साल की शुरुआत में 7.6 तीव्रता वाले भूकंप और उसके बाद आई सूनामी में 48 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी. इस दौरान हजारों घरों को नुकसान पहुंचा था. आंकड़े बताते हैं कि दुनिया में 6 या इससे अधिक तीव्रता वाले भूकंप में से 20 प्रतिशत जापान में आते हैं. जापान में करीब हर वर्ष 2000 से ज्यादा भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. जापान में सबसे ज्यादा भूकंप आने का कारण उसकी भौगोलिक स्थिति है. यह एक आइलैंड देश है. इसके साथ ही यह प्रशांत महासागर के चारों तरफ से घिरा हुआ है. सबसे महत्वपूर्ण बात है कि यह ‘पेसिफिक रिंग ऑफ फायर’ का हिस्सा है. रिंग ऑफ फायर उन देशों को कहा जाता है, जो सबसे ज्यादा भूकंप की मार झेलते हैं.
150 से ज्यादा आए भूकंप
संयुक्त राज्य भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (USGS) दुनिया भर में भूकंपों पर निगरानी रखने वाली एक संस्था है. इसके मुताबिक, इंडोनेशिया हमेशा ही भूकंप को लेकर एक संवेदनशील क्षेत्र रहा है. वहां पर साल 1901 से लेकर 2019 तक 7 से अधिक तीव्रता वाले 150 से अधिक भूकंप आए हैं. इसके साथ ही इंडोनेशिया में ज्वालामुखी फटते रहते हैं. इंडोनेशिया में कई सारे सक्रिय ज्वालामुखी हैं. कब और कौन-सा ज्वालामुखी अचानक फट जाए? इस बात की कोई गारंटी नहीं है, इसलिए कई बार तत्काल प्रभाव से 3-7 किलोमीटर के दायरे में आने वाले गांवों को खाली करवा दिया जाता है, ताकि ज्वालामुखी फटने के बाद जो लावा उसमें से निकलता है उससे आम लोगों को बचाया जा सके. दरअसल, इंडोनेशिया, सुमात्रा और जावा में इसलिए सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं, क्योंकि यह इलाका ‘रिंग ऑफ फायर’में आता है. प्रशांत महासागर के किनारे स्थित यह देश भूकंप के लिहाज से काफी खतरनाक है.
चीन में आते रहते हैं भूकंप
दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप की लिस्ट में चीन भी आता है. दिसंबर, 2024 में भूकंप झटकों के कारण 100 से अधिक लोगों की जान चली गई थी और 200 से अधिक गंभीर रूप से घायल हो गए थे. इसके साथ ही कई बिल्डिंग जमींदोज हो गईं और अर्थव्यवस्था को भी भारी नुकसान पहुंचा. चीन में अकसर भूकंप आते रहते हैं, जिसके कारण वहां पर भारी तबाही होती रही है. इसका सबसे बड़ा कारण है कि चीन एक ऐसा क्षेत्र है जहां पर टेक्टोप्लेटें (यूरेशियन, भारतीय और प्रशांत महासागर प्लेटें) हैं. इसके कारण ही चीन भूकंप के लिए काफी संवेदनशील इलाका माना जाता है. यहां पर अलग-अलग इलाकों में तीव्रता वाले भूकंप आने का खतरा मंडराता रहता है.
तुर्किए में भूकंप ने मचाई थी तबाही
6 फरवरी, 2023 को आए भूकंप ने तुर्किए को हिलाकर रख दिया था. 7.8 की तीव्रता से आए भूकंप ने पूरे देश में तबाही मचा दी थी. इसके बाद सीरिया और तुर्की में 100 बार भूकंप के झटके महसूस किए गए थे. इस घटना ने पूरी दुनिया को हिलाकर रख दिया था. कई बिल्डिंग देखते ही देखते मलबे के ढेर में तब्दील हो गई थीं और जमीनें फट गईं थीं. तुर्किए के 10 शहरों को भारी नुकसान पहुंचा था. तुर्किए में सबसे ज्यादा भूकंप आने के कारण टेक्टोनिक प्लेट होना है, इसके कारण ही देश में भूकंप के झटके महसूस किए जाते रहते हैं. पृथ्वी 15 टेक्टोनिक प्लेटों पर टिकी हुई है. जब यह हिलती है तो भूकंप के झटके महसूस किए जाते हैं. तुर्किए एनाटोलियन टेक्टोनिक प्लेट पर स्थित है.
ईरान का 90 प्रतिशत इलाका खतरनाक जोन में आता है
ईरान में भूकंप आने का इतिहास लंबा रहा है. अप्रैल, 2013 में आए 7.7 रिक्टर की तीव्रता वाले भूकंप ने रेगिस्तानी इलाके को हिलाकर रख दिया था. भूकंप के कारण 2300 किलोमीटर दूरी पर स्थित भारत की राजधानी दिल्ली भी हिल गई थी. इस भूकंप ने ईरान के साथ पाकिस्तान की हालत को पतला कर दिया था. ईरान दुनिया के उन कम देशों में है, जहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं. यहां पर टेक्टोनिक प्लेटों का एक बड़ा जमावड़ा लगा हुआ है. साल 1900 से लेकर अब तक ईरान में इतने भूकंप आए हैं कि करीब एक लाख से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं. इस देश का 90 प्रतिशत इलाका अत्यधिक खतरनाक जोन में आता है.
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