S Jaishankar in London : भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर लंदन पहुंचे हैं और यहां पर वह एक कार्यक्रम में शामिल हुए. इस दौरान चैथम हाउस थिंक टैंक के बाहर खालिस्तानी समर्थकों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन किया.
S Jaishankar in London : विदेश मंत्री एस जयशंकर इस ब्रिटेन की यात्रा पर हैं और लंदन में उनकी गाड़ी को खालिस्तानी समर्थकों ने रोक दिया. उनमें से एक व्यक्ति ने विदेश मंत्री की गाड़ी के सामने आकर पहले उसे रोक दिया और उसके बाद राष्ट्रीय ध्वज तिरंगे को फाड़ दिया. जयशंकर इस समय लंदन में है और उन्होंने यहां पर चैथम हाउस थिंक टैंक के कार्यक्रम में हिस्सा लिया. बता दें कि कार्यक्रम में से जयशंकर के निकलने से पहले ही खालिस्तानी प्रदर्शन कर रहे थे और उन्हें देखने के बाद तेज-तेज नारेबाजी करने लगे. इस घटना एक वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल हो रहा है.
कार की तरफ भागा फिर तिरंगा फाड़ा
विदेश मंत्री आयरलैंड और ब्रिटेन की छह दिनों की यात्रा पर पहुंचे हैं और उन्होंने यहां पर चैथम हाउस थिंक टैंक में हिस्सा लिया. इस दौरान उन्होंने कश्मीर से लेकर, रेसिप्रोकेल टैरिफ और ट्रंप की नीतियों पर अपनी बात रखी. इसके अलावा उन्होंने बदलती भू-राजनीति, भू-अर्थशास्त्र, भारत-ब्रिटेन संबंधों, पड़ोस और दुनिया के प्रति भारतीय दृष्टिकोण के बारे में भी गंभीर चर्चा की. लेकिन इस कार्यक्रम को पूरा करने के बाद एस जयशंकर इमारत से बाहर निकले तो वहां पर पहले से मौजूद खालिस्तानी समर्थकों ने नारेबाजी करने शुरू कर दी. इसके अलावा जयशंकर जैसे ही अपनी कार की तरफ आगे बढ़ें तो एक समर्थक भारतीय तिरंगा लेकर कार की ओर भागकर गया और उनका रास्ता रोक लिया. इस दौरान खालीस्तानी ने तिरंगा फाड़ दिया और गंभीरता को देखते हुए सुरक्षाकर्मियों ने उसे खदेड़ साइड कर दिया.
कार्यक्रम में क्या बोले जयशंकर
लंदन के चैथम में हाउस थिंक टैंक में एस जयशंकर ने शिरकत की और उसके बाद उन्होंने कहा कि भारत का हिस्सा POK को पाकिस्तान ने चुराया है और अब उसकी वापसी का इंतजार किया जा रहा है. पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) हिस्सा जैसे ही भारत में शामिल होगा वैसे ही जम्मू-कश्मीर में शांति आ जाएगी. विदेश मंत्री ने शांति को स्थापित करने को लेकर कहा कि जम्म-कश्मीर में शांति स्थापित करने की प्रक्रिया तीन स्तरों पर अपनाने की बात कही गई हैं. सबसे पहले धारा 370 में दिए गए विशेषाधिकार को खत्म किया गया. दूसरे नंबर पर केंद्र शासित प्रदेश में विकास और आर्थिक गतिविधियों में तेजी लाना और तीसरा मकसद लोकतांत्रिक तरीके से शांतिपूर्ण चुनाव कराना था. अब हम जिस दिन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं वह POK को वापसी लाना है और इसके बाद जम्मू-कश्मीर में शांति आ जाएगी.