27 दिसंबर
पांच दिवसीय दौर पर रुस गए विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रुसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव से मुलाकात और बात के बाद कहा कि भारत और रूस के संबंध बेहद मजबूत और स्थिर हैं। दोनों विदेश मंत्रियों ने विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग, अंतरराष्ट्रीय सामरिक हालात, युद्ध और तनाव के मुद्दे पर चर्चा की।
जयशंकर ने कहा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की समय-समय पर एक दूसरे से बात होती रहती है। उन्होंने कहा कि दोनों नेताओं को जी20, संघाई सहयोग संगठन, आसियान, और ब्रिक्स जैसे मंचों के जरिए कई बार और नियमित रूप से एक दूसरे से बात करने का मौका मिला है।
जयशंकर ने और क्या कहा ?
- हम एक विशेष और विशेषाधिकार प्राप्त रणनीतिक साझेदारी पर खरे उतरे हैं। इस साल हम पहले ही छह बार मिल चुके हैं और यह सातवीं बैठक है।
- इस साल हम पहले ही छह बार मिल चुके हैं और यह सातवीं बैठक है।
- आज की बैठक में दोनों पक्ष विभिन्न क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर ध्यान केंद्रित करेंगे।
- इसे बदलती परिस्थितियों और मांगों के अनुसार समायोजित करेंगे।
- हम अंतरराष्ट्रीय सामरिक स्थिति, संघर्षों और तनावों पर चर्चा करेंगे
- ग्लोबल साउथ यानी आर्थिक रूप से कम विकसित देशों के सामने आने वाली विकास संबंधी चुनौतियों और निश्चित रूप से बहुपक्षवाद और बहुध्रुवीय विश्व व्यवस्था के निर्माण पर भी ध्यान केंद्रित करेंगे।
- इस साल दोनों पक्ष सहयोग की अलग-अलग अभिव्यक्तियों के गवाह बने।
- हम लगातार प्रगति देखकर बहुत खुश हैं और हमें जनवरी में वाइब्रेंट गुजरात सम्मेलन में रूस की ओर से मजबूत भागीदारी की उम्मीद है।
रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने क्या कहा ?
- भारत और रूस के बीच संबंध बहुत लंबे समय से चले आ रहे हैं और बहुत अच्छे हैं।
- यह देखना कफी सुखद है कि मौजूदा समय में हम लगातार आगे बढ़ रहे हैं।
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