Israel-Hamas Ceasefire: इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने IDF यानि इजराइल डिफेस फोर्स को गाजा के पास फिर से तैनात होने का आदेश दे दिया है.
Israel-Hamas Ceasefire: गाजा पट्टी में हमास और इजराइल के बीच फिर से बहुत बड़ी जंग छिड़ सकती है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की धमकी पर हमास ने इजराइली बंधकों की रिहाई को रोक दिया है. इस पर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने IDF यानि इजराइल डिफेस फोर्स को गाजा पट्टी के पास फिर से तैनात होने का आदेश दे दिया है.
शनिवार को शुरू हो सकती है लड़ाई
प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने सोमवार की शाम बयान जारी कर हमास को धमकी दी है. उन्होंने अपने बयान में कहा कि मैंने अभी-अभी सुरक्षा कैबिनेट की चार घंटे की गहन बैठक ली है. हम सभी ने शनिवार दोपहर तक हमारे बंधकों को रिहा करने की राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मांग का भी स्वागत किया.
साथ ही उन्होंने कहा कि हमास की ओर से समझौते का उल्लंघन करने और हमारे बंधकों को रिहा न करने के निर्णय की घोषणा के मद्देनजर मैंने IDF को गाजा पट्टी के अंदर तथा उसके आसपास सेना को तैनात करने का निर्देश दिया है. उन्होंने धमकी देते हुए कहा कि अगर हमास शनिवार दोपहर तक हमारे बंधकों को वापस नहीं करता है, तो युद्ध विराम समाप्त हो जाएगा.
साथ ही कहा कि IDF हमास की अंतिम हार तक भीषण लड़ाई जारी रखेगा. वहीं, इजराइली सेना ने सैनिकों की छुट्टियां भी रद्द कर दी गई है और रिजर्व सैनिकों को बुलाया गया है. दूसरी ओर, हमास ने भी बयान जारी कर इजराइल और अमेरिका को सीधी चेतावनी दी है. हमास की ओर से जारी बयान में कहा गया कि कैदियों की रिहाई में देरी एक चेतावनी है.
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मिस्र के राष्ट्रपति ने बढ़ाई टेंशन
हमास ने कहा कि हमने समझौते की शर्तों का पालन किया है, लेकिन जायोनी शासन ने इसका शर्तों का पालन नहीं किया. साथ ही दावा किया कि IDF ने गाजा पट्टी में हमले जारी रखे हैं. दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से गाजा पट्टी में कब्जा करने की योजना से अरब देशों में डोनाल्ड ट्रंप के खिलाफ रोष बढ़ रहा है.
अरब लीग के महासचिव अहमद अबुल घीत ने दुबई में कहा कि गाजा के लिए डोनाल्ड ट्रंप की योजना से मिडिल-ईस्ट में नए संकट पैदा हो सकते हैं. इससे शांति और स्थिरता पर हानिकारक प्रभाव पड़ेगा. इसके साथ ही डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि गाजा में रहने वाले फिलिस्तीनी जॉर्डन और मिस्र जैसे देशों में बस सकते हैं. दोनों ही देशों ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया है.
बता दें कि मिस्र 27 फरवरी को फिलिस्तीनी मुद्दे पर आपातकालीन अरब शिखर सम्मेलन की मेजबानी करने वाला है और कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप गाजा से फिलिस्तीनियों को निकालने पर अड़े रहे, तो मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल फतह अल-सीसी अमेरिका नहीं जाएंगे. ऐसे में फिर से तनाव बढ़ सकता है.
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