Tariff War : अमेरिकी सत्ता में वापसी करने के बाद डोनाल्ड ट्रंप काफी एक्टिव होकर काम कर रहे हैं, लेकिन व्यापार को लेकर उन्होंने प्रत्यक्ष रूप से ट्रेड वॉर छेड़ दिया है. वह कई देशों पर सीमा शुल्क बढ़ाते जा रहे हैं.
Tariff War : राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिका में दुनिया भर के देशों से आने वाले स्टील एल्युमिनियम पर 25 प्रतिशत का सीमा शुल्क लगाने का एलान किया है और यह टैक्स 12 मार्च, 2025 से लागू भी कर दिया है. उन्होंने अमेरिकी जनता से वादा किया है कि इन सीमा शुल्क से देश के कारखानों में नौकरियों पैदा करने में मदद मिलेगी. वहीं, इस तरह के टैरिफ लगाने से अमेरिकी समेत पूरी दुनिया का बाजार अचानक हिचकोले खाने लग जाता है. बताया यह भी जा रहा है कि ऐसे फैसलों की वजह से आर्थिक मंदी भी दस्तक दे सकती है. ट्रंप ने एल्युमीनियम पर टैरिफ को 10 फीसदी बढ़ाने के अलावा सभी धातुओं पर 2018 के टैरिफ से कई प्रकार की छूट को खत्म कर दिया है.
यूरोपीय संघ पर भी बरसेगा कहर!
सीमा शुल्क का मुख्य उद्देश्य ग्लोबल कॉमर्स को बाधित करने और बदलने का व्यापक प्रयास का हिस्सा है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने कनाडा, मैक्सिको और चीन पर भारी टैरिफ लगाए हैं और इन देशों ने भी अमेरिका ट्रेड वॉर की प्रतिक्रिया उनकी वस्तुओं पर सीमा शुल्क लगाकर दी है. इसके अलावा 2 अप्रैल से यूरोपीय संघ, ब्राजील और दक्षिण कोरिया से आयातित वस्तुओं पर टैक्स लगाने की योजना तैयारी की जा रही है. ट्रंप ने मंगलवार को बिजनेस राउंडटेबल में CEO से कहा कि टैरिफ की वजह से कंपनियां अमेरिकी कारखानों में निवेश कर रही हैं. इसके अलावा बीते हफ्ते पहले 8 फीसदी गिरावट आने के बाद ट्रंप ने तर्क दिया कि उच्च सीमा शुल्क लगाने से कारखानों को एक बार फिर स्थापित करने पर प्रभाव पड़ेगा.
बड़े स्तर पर देश में बढ़ेगा रोजगार
डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि जितनी अधिक टैरिफ की दरें बढ़ेंगी उतनी ही निर्माण के क्षेत्र में बढ़ेंगी. उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी जीत यह होगी कि वह हमारे देश में आएंगे और रोजगार पैदा करेंगे. साथ यह देश टैरिफ की वजह से देश को बहुत सारा पैसा देने जा रहे हैं. डोनाल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कनाडा से आने वाले स्टील और एल्युमीनियम पर करीब 50 प्रतिशत टैरिफ लगाने की धमकी दी है लेकिन ओंटारियो प्रांत द्वारा मिशिगन, मिनेसोटा और न्यूयॉर्क को बेची जाने वाली बिजली पर 25 प्रतिशत टैक्स लगाने की बात कही है. दूसरे नजरिए से ट्रंप की राजनीति को देखा जाए तो वह अपने पहले कार्यकाल के दौरान हुए अधूरे कामों को पूरा करने की जुगत में लगे हुए हैं.
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