Home International कैसे काम करेगा अमेरिका का ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’? जिसकी जिम्मेदारी Vivek Ramaswamy और Elon Musk को सौंपी गई

कैसे काम करेगा अमेरिका का ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’? जिसकी जिम्मेदारी Vivek Ramaswamy और Elon Musk को सौंपी गई

by Sachin Kumar
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Department of Government Efficiency

Introduction

Department of Government Efficiency : अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की बंपर जीत के बाद नया विभाग बनाया गया जिसका काम नौकरशाही को खत्म करना है. USA में खोले गए नए विभाग का नाम ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) है. इस डिपार्टमेंट के बारे में बताया गया है कि यह सरकारी विभागों को काम करने में कुशल बनाने का काम करेगा. डोनाल्ड ट्रंप ने DOGE की जिम्मेदारी उद्योगपति विवेक रामास्वामी (Vivek Ramaswamy) और टेस्ला मॉटर्स के CEO एलन मस्क (Elon Musk) को दी है. मस्क और रामास्वामी को लेकर डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि यह दोनों मिलकर मेरे प्रशासन के दौरान सरकारी ब्यूरोक्रेट को खत्म करने, अतिरिक्त नियमों को कम करने, बेफिजूल के खर्च को कम करने और संघीय ढांचे के पुनर्गठन का मार्ग प्रशस्त करेंगे. साथ ही इसके माध्यम से अमेरिका बचाओ आंदोलन को रफ्तार मिलेगी. वहीं, दूसरी तरफ DOGE के बारे में चर्चा तेज है कि अगर यह विभाग सही तरह से लोगों के बीच में काम करने लगेगा तो यह अमेरिका में हंगामा मचा देगा. इसके अलावा एलन मस्क शुरू से ही नौकरशाही की आलोचना करते हुए आए हैं कि फेडरल ब्यूरोक्रेसी एक प्रकार से गैर-निर्वाचित और असंवैधानिक सरकार की शाखा है. इसी कड़ी में उन्होंने आगे कहा कि यह चुने हुए प्रतिनिधियों से भी ज्यादा शक्तिशाली हो चुके हैं.

  • डोनाल्ड ट्रंप ने किया कार्यकारी आदेश पर साइन
  • DOGE को चाहिए ऐसे कर्मचारी?
  • क्या होगी DOGE की भूमिका
  • डिपार्टमेंट के बारे क्या बोले मस्क
  • नौकरशाही पर लगेगी लगाम
  • क्या डिपार्टमेंट रोक पाएगा भ्रष्टाचार?

ट्रंप ने किया कार्यकारी आदेश पर साइन

एक बार फिर सत्ता में आने के बाद डोनाल्ड ट्रंप एक्टिव मोड में काम कर रहे हैं और इसी कड़ी में उन्होंने सरकारी खर्चों में सुधार करने के लिए एक कार्यकारी आदेश पर साइन कर दिया. इस आदेश के तहत अमेरिका में संघीय एजेंसियों को DOGE के निर्देशों का पालन करना होगा. साथ ही चार कर्मचारियों को छोड़कर केवल एक ही भर्ती करनी होग और उसके अलावा किसी नई नियुक्ति निकालने से पहले उन्हें ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ को सूचना देना होगा. यह डिपार्टमेंट एजेंसी के रूप में काम नहीं करेगा बल्कि एक कंस्लटेंट की भूमिका में रहेगा और यह अपने तरीके देश में काम करने के लिए पूरी तरह से स्वतंत्र होगा. इसके अलावा DOGE सिर्फ अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रति जवाबदेही होगा. वहीं, इसका सबसे बड़ा उद्देश्य है कि कैसे सरकारी एजेंसियों से करीब 75 फीसदी कर्मचारियों की विदाई की जाए. साथ ही जो विभाग अपना काम तेजी से नहीं करते हैं उन्हें भंग कर दिया जाएगा. विभाग फुर्ती और सही तरीके से काम करें उसके लिए उन्हें रि-स्ट्रक्चर किया जाएगा. इसी बीच यह भी कहा जा रहा है कि अगर DOGE ने अमेरिका में सही तरीके से काम किया तो बड़े-बड़े आर्थिक घोटालों का भंडाफोड़ हो सकता है.

DOGE को चाहिए ऐसे कर्मचारी?

‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ (DOGE) ने अपने आधिकारिक ऑफिशियल हैंडल ‘X’ पर लिखा कि हम उन अमेरिकियों के बहुत आभारी हैं जिन्होंने हमारे डिपार्टमेंट में मदद करने की दिलचस्पी दिखाई है. उन्होंने यह भी कहा कि हमें पार्ट टाइम सलाह देने वाले लोग नहीं चाहिए बल्कि ऐसे लोगों की जरूरत है. साथ ही हमें ऐसे लोगों की भी जरूरत है जिनका IQ लेवल शानदार हो और वह हफ्ते में कम से कम 80 घंटे काम करने की क्षमता रखता हो. डिपार्टमेंट ने कहा कि अगर यह सारी खूबियां आपके अंदर हैं तो तुरंत अपनी सीवी सेंड कर दीजिए. साथ ही एलन मस्क और विवेक रामास्वामी ने सेंड किए गए सीवी के बारे में कहा था कि वह 1 फीसदी लोगों का रिज्यूमे देखेंगे. इसके अलावा मस्क ने स्पष्ट रूप से कहा था कि DOGE में काम करने वाले लोगों को सैलेरी नहीं दी जाएगी क्योंकि यह काम काफी मुश्किल भरा है. वहीं, डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि DOGE का काम अमेरिका की 250वीं वर्षगांठ 4 जुलाई, 2026 को पूरा कर दिया जाएगा और उन्होंने पूरी उम्मीद जताई है कि विभाग जिस लक्ष्य से स्थापित किया गया है उसमें पूरी तरह से सफल होगा.

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क्या होगी DOGE की भूमिका

DOGE का विचार सबसे पहले डोनाल्ड ट्रंप लेकर आए थे और उन्होंने सार्वजनिक सभा में एलान किया था कि वह इसकी जिम्मेदारी एलन मस्क और विवेक रामास्वामी देंगे. ट्रंप ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि वह न्यूनतम सरकार और अधिक शासन के साथ काम करना चाहते हैं क्योंकि फिजूलखर्ची को रोकना उनका लक्ष्य है. ट्रंप ने आगे कहा था कि इसका लक्ष्य हर साल करीब 6.75 ट्रिलियन डॉलर बचाने का है. इसकी सीधी पहल का मतलब है कि रिपब्लिकन की पुरानी इच्छा को पूरा करना की दिशा में एक कदम है. बता दें कि DOGE एक अस्थाई के रूप में काम करेगी और यह सरकार को बाहर से सलाह देने का काम करेगी. इसके पास कानून को बदलाव करने की शक्तियां प्राप्त नहीं होगी और अगर इसको आसान भाषा में कहें तो यह सरकार का आधिकारिक तौर पर हिस्सा नहीं होगा बल्कि ट्रंप प्रशासन को अन्य विभागों का मूल्यांकन करने के बाद सलाह देने का काम करेगा. वहीं, अगर चार साल बाद देश में किसी और पार्टी की सरकार बनती है तो वह इस डिपार्टमेंट को भंग करने की भी क्षमता रखेगा.

Department of Government Efficiency Dlon Musk

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डिपार्टमेंट के बारे क्या बोले मस्क

एलन मस्क ने अमेरिकी जनता से वादा किया है कि DOGE पूरी ट्रांसपेरेंसी के साथ काम करेगा. साथ ही अधिकतम पारदर्शिता लाने के लिए सरकार के कामकाज को ऑनलाइन पोस्ट किया जाएगा जिससे पता चलता रहेगा कि विभाग में कितना काम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इसके बाद जनता को भी अधिकार हो जाएगा कि वह इस पर फीडबैक दें और इसका मूल्यांकन करें. उन्होंने डिपार्टमेंट के बारे में अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर लिखा कि जब भी लोगों को लगे कि कोई महत्वपूर्ण चीज काटी जा रही है या कोई काम काम सही समय पर नहीं किया जा रहा है तो उसके बारे में हमें बताएं और हम उस मामले में तत्काल कार्रवाई करेंगे. बता दें कि ट्रंप की चुनावी रैली में मस्क ने लोगों से कहा था कि संघीय बजट को करीब 2 ट्रिलियन तक कम किया जा सकता है. इसके अलावा मस्क ने टैक्स देने वाले लोगों से वादा करते हुए था कि आपका पैसा बर्बाद हो रहा है क्योंकि सरकारी मिशनरी सही तरीके से काम नहीं कर रही है. इसी बीच DOGE की जिम्मेदारी संभालने वाले विवेक रामास्वामी ने कहा था कि हम किसी भी कीमत पर नरमी नहीं बरतेंगे.

नौकरशाही पर लगेगी लगाम

डिपार्टमेंट ऑफ गर्वनमेंट एफिसिएंसी अमेरिका में पूरी तरह से एक्टिव होकर काम करेगा और किसी भी तरह की गलती को बर्दाश्त नहीं करेगा. यह विभाग सबसे बड़ा हमला नौकरशाही में आ रही बाधाओं पर करेगा और इस दौरान अक्षमताओं को बढ़ाने वाले ज्यादा खर्चों को व्यवस्थित तरीके कम करना होगा, वहीं, खर्च के लिए बजट दिया जाएगा उसके हिसाब से काम को भी करना होगा. प्रक्रियाओं को पहले से ज्यादा काफी सरल बनाया जाएगा, जिससे सरकारी मिशनरी को अधिक चुस्त और उत्तरदायी बनाए जा सके.

Department of Government Efficiency American Bureaucrats

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क्या डिपार्टमेंट रोक पाएगा भ्रष्टाचार?

अमेरिका सरकार हर साल बजट के लिए एक मोटी रकम रखती है और इसके बाद डिपार्टर्मेंट के हिसाब से आवंटित कर दिया जाता है. माना जाता है कि विभागों को दिया गया सही तरीके से इस्तेमाल नहीं होता है बल्कि ब्यूरोक्रेसी के जकड़जाल में गबन कर दिया जाता है और इसकी समीक्षा भी नहीं की जाती है. यही वजह है कि एजेंसियों और अन्य विभाग शक के घेरे में आ जाते हैं कि वह बजट का सद्पयोग नहीं कर रहे हैं. इन्हीं सब चीजों पर निगरानी रखने के लिए डिपार्टमेंट ऑफ गर्वनमेंट एफिसिएंसी (DOGE) बनाया गया है जो सीधे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को रिपोर्ट करेगा. इसके अलावा सरकारी विभागों और केंद्रीय एंजेंसियों के सारे खर्च को ऑडिट करेगा. इससे यह तस्वीर क्लियर हो जाएगी कि पैसे की बर्बादी कहां पर हो रही है और काला धन किसी जगह इन्वेस्ट किया जा रहा है.

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Conclusion

अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की बंपर जीत के बाद वापसी होने के बाद राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर काफी एक्टिव दिख रहे हैं. फिलहाल उनका एक्शन देश की एजेंसियों और सरकारी विभागों में एक्शन ले रहे हैं. इसी कड़ी में उन्होंने USA में पहली बार डिपार्टमेंट ऑफ गर्वनमेंट एफिसिएंसी (DOGE) बनाया है जो देश की तमाम संस्थाओं पर निगरानी रखेगा कि वहां पर काम कितने तेजी से चल रहा है और केंद्रीय सरकार की तरफ से दिया गया बजट कितना उपयोग किया जा रहा है. इस विभाग की जिम्मेदारी उद्योगपति विवेक रामास्वामी और टेस्ला कंपनी के मालिक एलन मस्क को दी गई है. उन्होंने इस विभाग के लिए काम करना शुरू कर दिया है और विभागों को चेतावनी दी है कि अगर वह सही से काम नहीं करेंगे तो उनके यहां पर बड़े स्तर पर छंटनी कर दी जाएगी. पहली लिस्ट में उन्होंने आंतरिक विभाग से करीब 2300 कर्मियों को बाहर रास्ता दिखा दिया है. वह लगातार इसकी ओर तेजी से काम कर रहे हैं और साथ ही उन्होंने अपने विभागों के लिए आवेदन भी मांगा था जिसमें उन्होंने लिखा था कि जो व्यक्ति करीब 80 घंटे से ज्यादा काम करने की क्षमता रखा है वह अप्लाई कर सकता है.

डोनाल्ड ट्रंप की तरफ से बनाए गए नए विभाग एजेंसियों पर निगरानी बनाए हुए हैं क्योंकि वहां पर तमाम तरह का खर्च किया जाता है लेकिन किसी भी स्तर पर उसका ऑडिट नहीं किया जाता है और ट्रंप का साफ मानना है कि यह फिजूल खर्च खर्च को रोकना है. अब इन सबका हिसाब करने के लिए DOGE बनाया गया है जहां पर सभी गतिविधियों पर बारीकी से नजर रखी जाएगी. DOGE का साफ कहना है कि अगर किसी भी व्यक्ति को सरकारी विभाग में गड़बड़ी लगे और उसे शिकायत करनी हो तो वह सीधे ऑफिशियल हैंडल ‘X’ के मैसेज बॉक्स में अपनी शिकायत डाल दें और उसके बाद उस पर तत्काल प्रभाव से कार्रवाई की जाएगी.

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