Chinese Bharatanatyam Dancer : लेई मुजी ने दक्षिण भारत का प्राचीन अंरगेत्रम (नृत्य) चीन में शिक्षकों और विशेषज्ञों के सामने पहली बार मंच पर प्रदर्शन करके दिखाया. इस दौरान भारत के राजदूत भी मौजदू रहे.
12 August, 2024
Bharatanatyam Dancer : चीन की रहने वाली 13 वर्षीय लेई मुजी (Lei Muji) ने भरतनाट्यम ‘अरंगेत्रम’ (Dance) कर इतिहास रच दिया. प्राचीन भारतीय नृत्य शैली की यात्रा में यह एक मील का पत्थर है, जहां पड़ोसी देश में इस नृत्य ने इतनी लोकप्रियता प्राप्त कर ली. लेई ने रविवार को भारतीय राजनयिकों और बड़ी संख्या में चीनी प्रशंसकों के सामने इस एकल नृत्य का प्रदर्शन किया. भारतीय शास्त्रीय कला और नृत्य शैलियों के प्रति चीन लोगों में इस तरह का उत्साह देखकर आम लोग चौंक गए. बता दें कि चीन ने पहली बार ‘अरंगेत्रम’ के लिए ‘भरतनाट्यम का दीक्षांत’ समारोह आयोजित करवाया था.
विशेषज्ञों के बीच लेई ने किया नृत्य
लेई मुजी ने दक्षिण भारत का प्राचीन अंरगेत्रम (नृत्य) चीन में शिक्षकों और विशेषज्ञों के सामने पहली बार मंच पर प्रदर्शित करके दिखाया. अरंगेत्रम के बाद ही छात्रों को खुद प्रदर्शन करने या महत्वाकांक्षी नर्तकों को प्रशिक्षित करने की अनुमति दी जाती है. इस कार्यक्रम में शामिल होने वाले भारतीय दूतावास के प्रथम सचिव टी एस विवेकानंद ने कहा कि यह चीन में पूरी तरह से प्रशिक्षित और चीन में छात्र द्वारा किया गया अरंगेत्रम है. वहीं, लेई को नृत्य सीखाने वाले चीनी भरतनाट्यम नर्तक जिन शान (Jin Shan) ने कहा कि लेई ने प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद जब मंच नृत्य प्रस्तुत किया तो भरतनाट्यम की विरासत के इतिहास में यह एक मील का पत्थर साबित हुआ.
चीनी डांसर अगले साल चेन्नई में देंगी प्रस्तुति
इस कार्यक्रम को देखने के लिए भारी भीड़ इकट्ठा हो गई थी, जिन्होंने करीब दो घंटे तक चले इस कार्यक्रम को काफी उत्साहपूर्वक होकर देखा. इस दौरान लेई ने कई गीतों पर नृत्य किया, साथ ही चेन्नई से आए संगीतकारों की एक टीम ने लेई के लिए कई शास्त्रीय गीत गाए. बता दें कि लेई मुजी इस साल के अंत में चेन्नई में एक प्रस्तुत देने के लिए भारत आएंगी. बताया जा रहा है कि लेई ने भरतनाट्यम के लिए 10 वर्षों के करीब प्रशिक्षण लिया और 2014 में जिन के स्कूल में शामिल होने के बाद से ही उन्हें भरतनाट्यम से प्यार हो गया था.