Fish Found Dead in Nagore Dargah Pond: तमिलनाडु के नागपट्टिनम में नागौर दरगाह तालाब में मरी हजारों मछलियां, वहीं, केरल की पेरियार नदी का भी कुछ ऐसा ही हाल रहा.
21 May, 2024
Fish Found Dead in Nagore Dargah Pond: तमिलनाडु के नागपट्टिनम के प्रसिद्ध नागौर दरगाह तालाब में हजारों मछलियों ने दम तोड़ दिया. मरी हुई मछलियों की वजह से तालाब का पानी गंदा हो गया है, जिसकी वजह से एक किलोमीटर तक फैली बदबू से लोगों को परेशानी हो रही है.
पेरियार नदी में भी हुई मछलियों की मौत
वहीं, केरल की पेरियार नदी में भी सैकड़ों मछलियां बेजान तैर रही हैं. केरल के एर्नाकुलम जिले के एलूर-एडयार क्षेत्र में उद्योगों से निकलने वाले संदिग्ध अपशिष्टों के बाद मंगलवार की सुबह बड़े पैमाने पर मछलियों के मरने की सूचना मिली. इस बारे में एक मछली किसान ने कहा- ‘चेरनल्लूर में, वांडा जैसी मछलियां मर गईं और तैर रही हैं. एडयार में कंपनियों के अपशिष्ट और जहरीले पानी के कारण इन मछलियों की मौत हो गई है. नदी में समुद्री कैटफ़िश, सफ़ेद सार्डिन और एंकोवी जैसी छोटी मछलियां भी मर गई हैं. हमें इस वजह से भारी नुकसान हुआ है.’
हुआ लाखों का नुकसान
पेरियार में पिंजरे की खेती में शामिल मछुआरे लाखों रुपये के नुकसान की सूचना दे रहे हैं. मछुआरे अब अधिकारियों से गुहार लगा रहे हैं कि उन्हें कुछ राहत दी जाए और नदी में छोड़े जाने वाले उद्योगों के अपशिष्ट की समस्या का स्थायी समाधान भी निकाला जाए. वहीं, मछली किसान ने कहा- ‘पिंजरे में मछली पालन हमारी आजीविका है. पेरियार नदी में बहने वाले कंपनियों के जहरीले पानी ने मेरे पिंजरे के खेत की सभी मछलियों को मार डाला. मछलियों के मरने से मेरी आजीविका बर्बाद हो गई है. मैं अधिकारियों से अनुरोध करता हूं कि वे कोई रास्ता निकालें मामले को देखें और लागत में राहत दें’.
कहां से आए विषाक्त पदार्थ?
जब मछली किसान से पूछा गया कि एडयार में विषाक्त पदार्थ कहां से आते हैं तो उसने कहा- ये कंपनियों से आते हैं, लेकिन ये निश्चित नहीं हैं कि कौन सी कंपनी है क्योंकि इस क्षेत्र में कई सारी कंपनियां हैं. आपको बता दें कि एलूर में, सैकड़ों रासायनिक कारखाने हैं जो कीटनाशक, उर्वरक, दुर्लभ पृथ्वी तत्व, रबर प्रसंस्करण रसायन और चमड़े के उपचार जैसी चीजें बनाते हैं.
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