29 February 2024
शाहरुख खान कई सालों से लोगों को अपने काम से एंटरटेन कर रहे हैं। किंग खान का जलवा देश में ही नहीं विदेश में भी खूब है। यही कारण है कि शाहरुख की सिर्फ एक झलक पाने के लिए लोग बेकरार रहते हैं। उनका टीवी सीरियल से बॉलीवुड की बुलंदियों पर पहुंचने का सफर काफी दिलचस्प रहा। शाहरुख फैंस के लिए एक मोटिवेशन हैं। उनके कई डायलॉग्स हैं जिनका बहुत गहरा मतलब है। आज उन्हीं का जिक्र करते हैं….
कल हो ना हो
शाहरुख खान की फिल्म ‘कल हो ना हो’ साल 2003 में रिलीज़ हुई ब्लॉक बस्टर हिट रही। फिल्म का डायलॉग ‘आज एक हंसी और बांट लो, आज एक दुआ और मांग लो… क्या पता कल हो ना हो…’
ओम शांति ओम
साल 2007 में रिलीज़ हुई फिल्म ‘ओम शांति ओम’ में शाहरुख खान और दीपिका पादुकोण लीड रोल में थे। इस फिल्म का एक डायलॉग बहुत फेमस हुआ था। ‘अगर किसी चीज़ को पूरे दिल से चाहो तो पूरी कायनात उसे तुमसे मिलाने में लग जाती है।’
कुछ कुछ होता है
शाहरुख खान, रानी मुखर्जी और काजोल स्टारर फिल्म ‘कुछ कुछ होता है’ को लोग आज भी देखना पसंद करते हैं। फिल्म के एक डायलॉग ने दोस्ती और प्यार के मायने ही बदल दिए थे। इस फिल्म का वो डायलॉग था- ‘प्यार दोस्ती है, वो अगर मेरी सबसे अच्छी दोस्त नहीं बन सकती तो मैं उससे प्यार नहीं सकता। क्योंकि दोस्ती के बिना प्यार तो होता ही नहीं है।’
चक दे इंडिया
‘चक दे इंडिया’ फिल्म का 70 मिनट वाला डायलॉग किंग खान के फैंस को आज भी याद है। डायलॉग था…’ये 70 मिनट तुम्हारी जिंदगी के सबसे खास सत्तर मिनट हो सकते हैं। आज तुम अच्छा खेलो या बुरा, लेकिन ये 70 मिनट तुमसे कोई नहीं छीन सकता….।’