UGC News: पिछले 4 साल में कई विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में बदलाव को देखते हुए UGC अध्यक्ष एम.जगदीश कुमार ने सेमेस्टर सिस्टम को बेहतर बताया है.
UGC News: विद्यार्थियों के बेहतर मूल्यांकन और उनके सीखने की प्रक्रिया में सुधार के लिए देश भर के उच्च शिक्षण संस्थानों को वार्षिक परीक्षा की बजाय सेमेस्टर सिस्टम अपनाना चाहिए. पिछले 4 साल में विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में बदलाव को देखते हुए UGC अध्यक्ष एम.जगदीश कुमार ने यह बात कही है. इस बदलाव के बारे में बताते हुए उन्होंने कहना है कि इससे छात्रों को अपने पढ़ाई के तरीके में सुधार के लिए वक्त रहते फीडबैक मिल जाता है.
‘वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन’ स्कीम
UGC अध्यक्ष ने कहा कि कम से कम 6,300 कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को ‘वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन’ स्कीम के बारे में बताते हुए कहा कि इससे फायदा होगा. उनकी मानें तो ‘वन नेशन वन सब्सक्रिप्शन’ स्कीम अपनाने से उच्च शिक्षा संस्थानों में रिसर्च को बढ़ावा मिलेगा.
इस मामले में यूनियन कैबिनेट ने हाल ही में रिसर्च आर्टिकल और जर्नल पब्लिकेशंस को सभी की पहुंच में लाने के लिए ‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’ स्कीम को मंजूरी दी है. जगदीश कुमार ने ‘नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के कार्यान्वयन’ विषय पर आयोजित सम्मेलन में भी हिस्सा लिया.
‘वन नेशन, वन सब्सक्रिप्शन’ का फायदा
जगदीश कुमार ने इंदौर में संवाददाताओं से बातचीत करने के दौरान कहा कि हम चाहते हैं कि उच्च शिक्षण संस्थानों में विद्यार्थियों का सतत मूल्यांकन किया जाए. अगर आप साल भर में बस एक बार परीक्षा आयोजित करते हैं, तो इससे विद्यार्थियों को उनकी सीखने की प्रक्रिया में सुधार का समय नहीं मिल पाता. इसलिए सेमेस्टर प्रणाली को वैश्विक स्तर पर अपनाया गया है.
उन्होंने आगे कहा कि विद्यार्थियों के सीखने की प्रक्रिया को ध्यान में रखते हुए देश के उन सभी विश्वविद्यालयों को सेमेस्टर पद्धति अपनानी चाहिए जहां अब भी केवल वार्षिक परीक्षा प्रणाली के आधार पर छात्र-छात्राओं का मूल्यांकन किया जा रहा है.
UGC अध्यक्ष ने कहा कि सेमेस्टर के बीच में परीक्षा, अलग-अलग अभ्यासों, परिचर्चाओं में भागीदारी और गृह कार्य के आधार पर भी विद्यार्थियों का मूल्यांकन किया जाना चाहिए.
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