NCPCR asks FSSAI to review sugar levels: नेस्ले (Nestle) के बेबी फूड्स प्रोडक्ट्स में जरूरत से ज्यादा शक्कर मिलाने के मामले में राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने FSSAI को नोटिस जारी किया है. अब FSSAI स्विस जांच संगठन पब्लिक आई और इंटरनेशन बेबी फूड एक्शन नेटवर्क रिपोर्ट में किए दावें की जांच कर रहा है.
19 April, 2024
Nestle Baby food Products: दरअसल, नेस्ले (Nestle) के बेबी फूड्स प्रोडक्ट्स में जरूरत से ज्यादा शक्कर मिलाने की खबर सामने आई है. अब केंद्र सरकार ने इसकी जांच के आदेश दिए है. स्विट्जरलैंड की पब्लिक आई और इंटरनेशनल बेबी फूड एक्शन नेटवर्क की रिपोर्ट के मुताबिक, नेस्ले भारत सहित एशिया और अफ्रीका के देशों में बिकने वाले बेबी प्रोडक्ट्स में एक्स्ट्रा शुगर और शहद की मात्रा है. कुल मिलाकर भारत सहित दक्षिण एशिया के विकासशील देशों, अफ्रीका और लैटिन अमेरिका में ऐसे बेबी उत्पाद बेचे, जिनमें शक्कर की मात्रा ज्यादा थी.
(Nestle Baby food Products) नेस्ले के शेयर में आई गिरावट
इंटरनेशन बेबी एक्शन नेटवर्क रिपोर्ट के मुताबिक, छह महीने के बच्चों के लिए नेस्ले (Nestle) का गेहूं का उत्पाद सेरेलैक यूके और जर्मनी में बिना ज्यादा शक्कर के बेचा जाता है, लेकिन भारत में बेचे जाने वाले 15 उत्पाद की जांच में प्रति सर्व 2.7 ग्राम शक्कर ज्यादा थी. दरअसल, स्विस एनजीओ के मुताबिक अलग-अलग देशों में बच्चों के लिए बेचे जाने वाले 150 उत्पादों की प्रयोगशाला में जांच की गई. यह जांच अंतरराष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा के मानकों के अनुरूप थी. इसी के आधार पर रिपोर्ट तैयार की गई है. इसके साथ ही रिपोर्ट आने के बाद गुरुवार को नेस्ले इंडिया के शेयरों में तीन फीसदी से ज्यादा की गिरावट भी देखी गई, जिसके बाद नेस्ले इंडिया ने एक बयान जारी किया कि पिछले पांच साल में इसने भारत में बेचे जाने वाले कई बेबी फूड में 30 फीसदी से ज्यादा शक्कर कम की.
FSSAI करेगा जांच
इस रिपोर्ट के बाद FSSAI का कहना है कि वह इसकी जांच करेगा, जिसके बाद कार्रवाई के लिए इन-हाउस वैज्ञानिक पैनल के साथ जांच रिपोर्ट सौंपेगी. अगर ये आरोप सही पाए जाएंगे, तो FSSAI नेस्ले पर कार्रवाई भी करेगा और राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो की अध्यक्षता में NCPCR (National Commission for Protection of Child Rights) ने FSSAI को नेस्ले और दूसरी कंपनियों के बेबी फूड प्रोडक्ट में शुगर की जांच करने के लिए कहा है. साथ ही NCPCR ने प्रोटोकॉल का पालन करने की भी चेतावनी दी.
नोटिस के बाद नेस्ले (Nestle) ने दी सफाई
NCPCR ने FSSAI को दिए नोटिस में कहा कि बेबी फूड प्रोडक्ट में जरूरत से ज्यादा चीनी हो सकती है. इससे बच्चों को नुकसान हो सकता है. ऐसे में बेबी फूड की क्वालिटी और सेफ्टी के लिए सख्त मानकों को पूरा करें. दरअसल, इस मामले में नेस्ले (Nestle) ने भी कहा कि पिछले पांच सालों में पहले 30% तक कम कर दिया है. ऐसे में लगातार पोर्टफोलियो को चेक करते है. नेस्ले इंडिया क्वालिटी, सुरक्षा और टेस्ट से कभी समझौता नहीं कर सकता है.
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