Dargah of Dheer Baba: राजस्थान के बाड़मेर में ढेर बाबा की दरगाह पर मन्नत पूरी करने के लिए चादर की जगह झाड़ू क्यों चढ़ाई जाती है. जानिए इसके पीछे की वजह.
29 June, 2024
Dargah of Dheer Baba in Barmer: राजस्थान के बाड़मेर में ढेर बाबा की दरगाह पर श्रद्धालु मन्नत पूरी होने के लिए चादर की जगह झाड़ू चढ़ाते हैं. यहां लोगों को पूरे दरगाह परिसर की सफाई करते भी देखा जा सकता है. दावा किया जाता है कि यह 400 साल से ज्यादा पुरानी परंपरा है, इसलिए चढ़ावे के तौर पर यहां झाड़ू चढ़ाई जाती है.
क्यों चढ़ाई जाती है झाड़ू?
दरगाह के केयर टेकर अब्दुल रजाक हाशमी का कहना है कि मान्यतानुसार जो व्यक्ति यहां चादर की बजाय झाड़ू चढ़ाता है उसका हर काम आसानी से हो जाता है. जब उनसे पूछा गया कि क्या यहां चादर चढ़ाने से मन्नत पूरी होती है? तो उन्होंने कहा, ज्यादातर लोग यहां झाड़ू लेकर आते हैं और अपने हाथ से झाडू लगाते हैं. ऐसा करने से उनके ऊपर जो अलायें-बलायें होती हैं वो झाड़ू लगाने से दूर हो जाती हैं. आपको बता दें कि यहां सैयद धेरवली शाह नाम के बाबा विराजमान हैं, जिनको झाड़ू वाले बाबा के नाम से भी जाना जाता है.
कौन थे ढेर बाबा?
मान्यता है कि सैयद ढेर वली शाह चार शताब्दी पहले पाकिस्तान से एक ग्रुप के साथ बाड़मेर आए और यहीं बस गए. बाद में उन्हें धार्मिक नेता के तौर पर मान्यता मिली. यहां के केयर टेकर हाशमी ने यह भी बताया कि ये एक बुजुर्ग आलम थे, बहुत बडे़ आलम थे. इनके हुनर का करिश्मा पूरा इलाका जानता है और लोग अपनी उम्मीद लेकर यहां पर आते हैं. हर गुरुवार शाम को दरगाह पर वीकली मेला भी लगता है, जिसे जुमेरात मेला के नाम से जाना जाता है.