Amit Shah Meeting on Jammu Attack: जम्मू-कश्मीर में हुई आतंकी घटनाओं के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने रविवार को एक उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की. बैठक में NSA अजीत डोभाल जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सहित सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे भी मौजूद थे.
16 June, 2024
Amit Shah Meeting on Jammu Attack: चुनावी नतीजों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की ये पहली हाई लेवल मीटिंग थी. इसमें जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति और 29 जून से शुरू होने वाली अमरनाथ यात्रा की तैयारियों पर विस्तार से चर्चा की. बैठक में ये सुनिश्चित करने को कहा गया कि जम्मू कश्मीर में आतंकी घटनाओं की वजह से डर का माहौल न बने. साथ ही आतंकियों से निपटने की योजना पर विचार किया गया.
केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आदेश पर आतंकवादियों के खिलाफ विशेष अभियान चलाया जाएगा.’जम्मू-कश्मीर में हालिया आतंकी मुठभेड़ों के बाद पीएम मोदी भी हाई लेवल मीटिंग कर चुके हैं. इसके तीन दिन बाद ही अमित शाह ने नॉर्थ ब्लॉक में उच्च स्तरीय बैठक बुलाई.
बैठक में क्या लिया गया फैसला?
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने बैठक में हवाई अड्डे और रेलवे स्टेशन से तीर्थयात्रा आधार शिविर तक सभी मार्ग पर सुचारू व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. इसके सभी तीर्थयात्रियों की उचित सुरक्षा प्रदान करने पर जोर दिया.
बैठक से पहले गृह मंत्री को जम्मू-कश्मीर की मौजूदा स्थिति के बारे में पूरी जानकारी दी गई थी. खासतौर पर उन जगहों की, जहां सुरक्षा बल आने वाले दिनों में आतंकवाद विरोधी अभियान तेज करने की तैयारी में हैं. बैठक में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला, खुफिया ब्यूरो के निदेशक तपन डेका, CFPF के महानिदेशक अनीश दयाल सिंह, BSF के महानिदेशक नितिन अग्रवाल, जम्मू-कश्मीर पुलिस के महानिदेशक आर आर स्वैन सहित अन्य अधिकारी बैठक में शामिल हुए.
बैठक में श्रद्धालुओं पर खास फोकस
बैठक में बड़ा मुद्दा था अमरनाथ मंदिर की सालाना तीर्थयात्रा का, जो 29 जून से शुरू होने जा रही है. ये यात्रा 19 अगस्त तक जारी रहेगी. इस यात्रा के दौरान पहले भी आतंकी हमले हो चुके हैं. अमरनाथ यात्री जम्मू-कश्मीर में दो मार्गों – बालटाल और पहलगाम से यात्रा करते हैं. पिछले साल 4.28 लाख से ज्यादा लोग अमरनाथ यात्रा में शरीक हुए थे. इस बार यह आंकड़ा 5 लाख तक जा सकता है. साथ ही इन महीनों में वैष्णो देवी भी बड़ी संख्या में लोग जाते हैं. इसे देखते हुए बैठक में कुछ अहम फैसले लिए गए.
तीर्थयात्रियों को RFID कार्ड, मिलेगा बीमा कवर
इस बार सभी अमरनाथ तीर्थयात्रियों को RFID (Radio-frequency identification) कार्ड दिए जाने की योजना है. इस कार्ड के जरिए सभी यात्रियों की रियल टाइम ट्रैकिंग हो सकेगी. इसके साथ ही सभी को 5 लाख रुपये का बीमा कवर भी दिया जाएगा. सिर्फ तीर्थयात्री ही नहीं, इन्हें ले जाने वाले प्रत्येक जानवर के लिए भी 50,000 रुपये का बीमा कवर होगा.
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