'इल्म में भी सुरूर है लेकिन...' पढ़ें अल्लामा इकबाल के मशहूर शेर.

बुतों से तुझ को उमीदें खुदा से नौमीदी, मुझे बता तो सही और काफ़िरी क्या है.

उमीदें खुदा

 इल्म में भी सुरूर है लेकिन, ये वो जन्नत है जिस में हूर नहीं.

जन्नत

फिर्का-बंदी है कहीं और कहीं जातें हैं, क्या जमाने में पनपने की यही बातें हैं.

फिर्का-बंदी

अक्ल को तन्कीद से फुर्सत नहीं, इश्क पर आमाल की बुनियाद रख.

तन्कीद से फुर्सत