Chhath Puja 2024: छठ का दूसरा दिन आज, क्या है खरना का महत्व
सुबह सबसे पहले स्नान कर पूजा वाली जगह को साफ करें और साफ वस्त्र पहनें.
खरना की विधि
पूजा की जगह गन्ने का प्रयोग होता है. इस दिन गन्ने के टुकड़े और उसके रस से भी प्रसाद बनाया जाता है.
गन्ने के टुकड़े
खरना के दिन महिलाएं छठी मैया के लिए प्रसाद तैयार करती हैं.
क्या है रिवीज?
खरना के दिन गुड़ की खीर बनाने का रिवाज है.
गुड़ की खीर
खरना वाले दिन खीर मिट्टी के चूल्हे पर बनाई जाती है जिसको व्रती महिलाएं प्रसाद के रूप में सबसे पहले ग्रहण करती हैं.
मिट्टी का चूल्हा
फिर उस प्रसाद को सब में बांटा जाता है.
प्रसाद
खरना वाले दिन व्रती महिलाएं सूर्यास्त से पहले सूर्य देव को अर्घ्य देती हैं.
सूर्य को अर्घ्य
इस दिन पानी में गंगाजल और दूध मिलाकर सूर्य देव को अर्पित किया जाता है.
गंगाजल और दूध