बिरसा मुंडा ऐसे क्रांतिकारी में से थे, जिन्होंने ब्रिटिशों को खौफ में डाल दिया था.

बिरसा मुंडा ने 25 साल की कम उम्र में ही अंग्रेजों के दांत खट्टे कर दिए थे.

अंग्रेजों ने बिरसा मुंडा को गिरफ्तार करने के लिए 500 रुपय के इनाम की घोषणा की थी.

बिरसा मुंडा ने हिंदू और ईसाई धर्म दोनों की शिक्षा ली थी.

बिरसा मुंडा  की अगुवाई में 1889-1900 में उलगुलान आंदोलन हुआ था. जिसका मतलब होता है महाविद्रोह.