Introduction
Powerful leaders in the World : विश्व के सबसे ताकतवर देशों के राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा को लेकर हमेशा चर्चा होती रहती है कि उनकी सुरक्षा में क्या-क्या इंतजाम किए जाते हैं? ऐसा इसलिए है कि दुनिया में कई ऐसी घटनाएं हुई हैं जब किसी देश के सुप्रीम लीडर को मार दिया गया है. किसी देश के राष्ट्राध्यक्ष को मारने का मतलब होता है कि उस देश की सुरक्षा में सबसे बड़ी सेंध लगाना और सवाल खड़ा हो जाता है कि कोई देश जब अपने बड़े नेता की सुरक्षा नहीं कर पाता है तो वह अपने लोगों की सुरक्षा कैसे करेगा? देश के अंदर और बाहरी घटनाओं को ध्यान में रखते हुए राष्ट्राध्यक्ष के लिए कई लेयर की सुरक्षा का इंतजाम किया जाता है, जिसमें मुख्य रूप से खुफिया एजेंसी, सुरक्षाकर्मी, नेटवर्क, बुलेट प्रूफ गाड़ी और डॉक्टर की टीम समेत कई ऐसी लेयर के सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं. लेकिन आज हम पांच देशों के ताकतवर नेताओं की गाड़ियों के बारे में लिखने जा रहे हैं जिसको फीचर्स हैरान कर देने वाले होते हैं.
Table Of Content
- ब्लास्ट से भी बचाती है ‘द बीस्ट’
- ‘लिमो’ में घूमते हैं रूसी राष्ट्रपति
- शी जिनपिंग की बुलेटप्रूफ गाड़ी की खासियत
- राष्ट्रपति मुर्मु की ऑफिशियल कार
- मैक्रो की बुलेटप्रूफ SUV गाड़ी
ब्लास्ट से भी बचाती है ‘द बीस्ट’
अमेरिकी चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को दोबारा राष्ट्रपति पद के लिए चुन लिया गया है और उन्हें दुनिया के सबसे ताकतवर नेता (Powerful leaders in the World) के रूप में माना जाता है. ऐसे में अमेरिकी राष्ट्रपति के वेतन भत्ते और दूसरी सुविधाओं के साथ-साथ कार की भी अच्छी खासी चर्चा होती है. अमेरिकी राष्ट्रपति जिस लिमोजीन से चलते हैं उसे ‘द बीस्ट’ कहा जाता है, इसे दुनिया की सबसे सुरक्षित कार में से एक माना जाता है. अगर अमेरिकी प्रेसिडेंट किसी एक से दूसरी जगह पर जाने के लिए ‘एयर फोर्स वन’ से उड़ान नहीं भर रहा है और मरीन वन में हेलीकप्टर से यात्रा नहीं कर रहा है तो वह ‘द बीस्ट’ वाली उपनाम वाली लिमोजीन में घूमता है. 20 हजार पाउंड वजन, मॉडर्न सिक्युरिटी और कम्युनिकेशन से लैस इस का पहला मॉडल का इस्तेमाल ट्रंप सरकार के दौरान साल 2018 में किया गया था. इस कार में मॉडर्न तकनीक और सिक्युरिटी का प्रबंध बेहद बारीकी से किया गया है. द बीस्ट को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि बुलेटप्रूफ, ब्लास्ट रेजिस्टेंट और बायोकेमिकल हमलों का भी असर नहीं होगा. इस गाड़ी की खिड़कियों और दरवाओं में मोटी परतें लगाई हैं. साथ ही कार में नाइट विजन सिस्टम, आंसू गैस फायरिंग क्षमता के अलावा इसके दरवाजों के हैंडल में करंट लगाया गया है ताकि कोई बाहरी व्यक्ति बिना प्रमीशन से गेट खोलने की कोशिश न करे. लिमोजिन में राष्ट्रपति के ब्लड ग्रुप के हिसाब से एक मेडिकल टीम को भी रखा जाता है जो कि जरुरत पड़ने पर तुरंत प्रेसिडेंट का इलाज कर सके.
‘लिमो’ में घूमते हैं रूसी राष्ट्रपति
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा को 24 घंटे पुख्ता रखा जाता है और वह जब किसी पब्लिक प्रोग्राम में शामिल होते हैं वह सिक्युरिटी की चार लेयर में होते हैं. इसमें एक सेक्शन फेडरल प्रोटेक्टिव सर्विस का होता है और चार लेयर में इसी सुरक्षात्मक लेयर को ही लोग देख पाते हैं. यह सिक्युरिटी हर खतरे से निपटने के लिए चौंकन्नी रहती है और अपने साथ बुलेट प्रूफ बीफकेस लेकर चलती है. साथ ही सुरक्षाकर्मियों के पास एक छाता भी होता है जो रूसी राष्ट्रपति को गोलियों की बौछारों से बचाने के लिए होता है. इसके अलावा पुतिन की सुरक्षात्मक दृष्टि से जिस कार में घूमते हैं उसे लिमो कहते हैं, जिसने मर्सिडीज एस600 पुलमैन की जगह ली है. इस कार में 4.4 लीटर V8 हाइब्रिड है जो करीब 600bhp का उत्पादन करता है. दावा किया जाता है कि यह 6 सेकेंड में 0-62 मील प्रति घंटे की गति प्राप्त कर लेती है. बता दें कि पुतिन की लिमो कार को रूसी केंद्रीय वैज्ञानिक अनुसंधान ऑटोमोबाइल और ऑटोमोटिव इंजन संस्थान ने बनाया है. इस कार को बुलेटप्रूफ होने के साथ ठोस रबर टायर पर चलने का दावा किया जाता है. वहीं, सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो इस कार में 6cm के खास किस्म के मजबूत शीशे, नाइट विजन कैमरे, गैस बम के हमले से बचाने के लिए एयर कंप्रेसन सिस्टम, रन-फ्लैट टियर और एक आपातकालीन गेट की भी व्यवस्था है. अगर कार की कहीं टक्कर हो जाती है तो यह ऑटोमैटिक तरीके से यात्री को सुरक्षित सीट पर ले जाने का काम करती है. इसके अलावा सड़क के संकेतों को पहचानकर उसकी स्पीड तय करने का भी इंतजाम किया जाता है.
शी जिनपिंग की बुलेटप्रूफ गाड़ी की खासियत
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग की सुरक्षा सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो की है. यह एजेंसी अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी सुरक्षा देने का काम करती हैं लेकिन शी जिनपिंग की सुरक्षा में स्पेशल ध्यान की कोशिश करती है. वैसे विदेशी दौरे पर चीनी राष्ट्रपति की सुरक्षा काफी हद अमेरिकी प्रेसिडेंट के स्तर पर होती है. सेंट्रल सिक्योरिटी ब्यूरो की स्थापना 1949 में राष्ट्रप्रमुख माओ त्से तुंग को सुरक्षा देने के लिए की गई थी. इसके बाद चीन के सभी राष्ट्रपति और कम्युनिस्ट पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की सिक्युरिटी की जिम्मेदारी यही संस्था देती आ रही है. लेकिन कहा जाता है कि शी की सुरक्षा जिस चाकचौबंद में की जाती है वह किसी अन्य राष्ट्रपति को नहीं दी गई है. अगर इनकी सिक्युरिटी में कार की बात जाए तो वह बुलेटप्रूफ लिमोजिन है जिसे होंगकी N701 बोला जाता है. इसे दुनिया की सबसे मजबूत कार माना जाता है. जिनपिंग की कार पर किसी भी केमिकल हमले का असर नहीं होता है, इसमें काफी मजबूत कार इंजन लगा हुआ है और इसे अब तक की बनी सबसे महंगी कार माना जाता है.
राष्ट्रपति मुर्मु की ऑफिशियल कार
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की सुरक्षा में लगाई गई कार मर्सिडीज मेबैक एस600 पुलमैन गार्ड है जिसे सिक्युरिटी के लिए जाना जाता है. यह अपने फीचर्स के लिए भी काफी पॉपुलर है. इस कार पर बम के हमलों से लेकर केमिकल हमलों तक का भी असर नहीं हो सकता है. राष्ट्रपति की कार में बुलेट प्रूफ अलॉय व्हील, प्रिवेंटिव शील्ड्स, पैनिक अलार्म सिस्टम, ऑटोमैटेड लॉक कंट्रोल, प्रिवेंटिव शील्ड्स और ऑक्सीजन सप्लाई जैसे फीचर को भी लगाया है. साथ ही इस पर VR9 लेवल का बैलिस्टिक प्रोटेक्शन का भी इंतजाम किया गया है ताकि हैंडगन शॉट्स और मिलिट्री राइफल शॉट्स के हमले को भी बेअसर किया जा सके. सिक्युरिटी के साथ इसके फीचर्स और डिजाइन को लेकर भी यह कार काफी चर्चित है. यह अभेद किले जैसे सेफ्टी फीचर्स के लिए काफी पॉपुलर है. इसके अलावा कार की खिड़कियां 50 mm तक बुलेटप्रूफ इक्विप्मेन्टस से बनी होती है. इन कारों में विस्फोट से बचने के लिए खास तकनीकें होती हैं. साथ ही आग बुझाने वाले उपकरण, ऑक्सीजन टैंक और अन्य इमरजेंसी इक्विप्मेन्टस के इंतजाम होते हैं.
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मैक्रों की बुलेटप्रूफ SUV गाड़ी
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के पास DS 7 Crossback कार है और डीएस ऑटोमोबाइल्स का टॉप मॉडल है, जिस तरीके से अमेरिकी राष्ट्रपति की कार काफी चर्चाओं में रहती है उसी तरह सुरक्षा के क्षेत्र में इसकी भी काफी चर्चा होती है. इस कार को राष्ट्रपति की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है, जिसमें एक एक सनप्रूफ स्पेस को बनाया गया है. इस कार को राष्ट्रपति ने साल 2017 में इस्तेमाल करना शुरू किया था. DS 7 Crossback कार में दो इंजन होते हैं और यह पेट्रोल-डीजल दोनों से सड़क पर दौड़ सकती है. इसमें 225 हॉर्स पावर का है और 300NM का डीजल इंजन है, जिसकी वजह से खूब पसंद किया जाता है… पावर की वजह से यह लोगों के बीच में मशहूर है. यह कार विपरित सिचुएशन में राष्ट्रपति की सुरक्षा करने में सफल कार है. कई रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिक्युरिटी की वजह से इस कार का इंटीरियर और बुलेटप्रूफ होने के साथ ही इसका ड्राइविंग स्पेस भी काफी बड़ा है, जहां ड्राइवर कंर्फेडल होकर जरुरत पड़ने पर तेजी से कार को चला सकता है.
Conclusion
दुनिया के राष्ट्राध्यक्षों की सुरक्षा में जितना ज्यादा इंतजाम किया जा सकता है वह देश उतना करता है. हर देश अपनी परिस्थिति के अनुकूल सिक्युरिटी देने का काम करते हैं. इसी बीच हमने दुनिया के सबसे पांच ताकतवर देशों के राष्ट्रपति की सुरक्षा में इस्तेमाल होने वाली गाड़ियों पर प्रकाश डालने का काम किया है. इन गाड़ियों में सबसे ज्यादा चर्चित अमेरिकी राष्ट्रपति की होती है क्योंकि यह देश दुनिया का सबसे ताकतवर देश है और इसकी सुरक्षा भी काफी चाकचौबंद होती है. दूसरी तरफ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की सुरक्षा को लेकर दुनिया के लोगों में जानने की इच्छुकता होती है. यह दोनों देशों विश्व की सबसे बड़ी ताकतों में से एक हैं और एक-दूसरे की सुरक्षा में सेंध लगाने के भी तरीके ढूंढने की भी कोशिश करते हैं. इसके बाद चीनी राष्ट्रपति की सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किए जाते हैं क्योंकि विश्व की सबसे तेजी से उभरती ताकतों के साथ अमेरिका से भी काफी तलखियों होने के कारण ऐसी व्यवस्था की जाती है. भारत में भी राष्ट्रपति की सुरक्षा भी खास तरीके से की जाती है क्योंकि आतंकी घटनाओं के कारण देश के वरिष्ठ नेताओं की सिक्युरिटी अभेद किले की तरह होती है. दुनिया में बढ़ रही आतंकी घटनाओं और सतर्कता बरतने की वजह से दुनिया के राष्ट्राध्यक्ष के लिए ऐसे सुरक्षा के इंतजाम किए जाते हैं.
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