05 December, 2024
Introduction
Pushpa 2 Review: थोड़ी देर लगी लेकिन ‘पुष्पा राज’ आ गया है, यानी ‘पुष्पा 2’ सिनेमाघरों में रिलीज हो चुकी है. इस पैन इंडिया फिल्म का फैन्स पिछले 3 सालों से इंतजार कर रहे थे. वैसे पहले दिन फिल्म देखने के लिए खूब मारा-मारी हो रही है, जो अच्छी बात नहीं है. खैर, यहां इस बारे में बात ना करते हुए सीधे मुद्दे पर आते हैं कि आपको ये फिल्म देखनी चाहिए या नहीं? अगर आप भी थिएटर जाकर अल्लू अर्जुन की फिल्म पुष्पाः द रूल का लुत्फ उठाना चाहते हैं तो उससे पहले आप ये रिव्यू पढ़ लें.
Table of Content
- ‘पुष्पा’ का हुआ जीना मुश्किल
- दिल होगा गार्डन-गार्डन
- कमजोर पड़ा ‘पुष्पा’ !
- रोमांस की भरमार
- सालों तक होगी सीन की चर्चा
- कुछ कमियां भी हैं ‘पुष्पा’ में
- रश्मिका का कम स्क्रीन टाइम
‘पुष्पा’ का हुआ जीना मुश्किल
पिछली फिल्म में मालिक की लकड़ियों के लिए खुद की जान दांव पर लगाने वाला ‘पुष्पा’, ‘पुष्पा 2’ में खुद मालिक बन चुका है. अगर आपने ‘कांतारा’ फिल्म देखी है तो उसके लास्ट के 10 मिनट याद होंगे. बस कुछ उसी अंदाज में ‘पुष्पा’ की फिल्म में वापसी होती है. वहीं, पहले पार्ट के अंत में इंस्पेक्टर ‘भंवर सिंह’ की एंट्री सिर्फ ट्रेलर थी. इस बार ‘पुष्पा’ के लिए ‘भवर सिंह शेखावत’ थोड़ी ज्यादा मुसीबत खड़ी करने वाला है. ‘भवंर सिहं’ के साथ ‘वुग्गा रेड्डी’ भी ‘पुष्पा’ से अपना पुराना हिसाब चुक्ता करने के लिए एडी चोटी का जोर लगा देता है. वैसे एक्टर फहाद फासिल ने अपने काम से लोगों का दिल जीतने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कमजोर सा दिखने वाला ये विलेन पुष्पा के इरादों और प्लानिंग पर पानी फेर देता है. वैसे भी इस बार ‘पुष्पा राज’ का गेम नेशनल नहीं इंटरनेशनल लेवल का है, जिसे फिल्म के डायरेक्टर सुकुमार ने उसी तरह से दिखाया भी है.
दिल होगा गार्डन-गार्डन
जापान के डॉक पर फाइट सीक्वेंस देखकर आपका दिल गार्डन-गार्डन हो जाएगा. वैसे आपका दिल पूरी फिल्म को देखकर ही खुश होने वाला है. यानी फुल पैसा वसूल फिल्म है अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पाः द रूल’. इस बार दाढ़ी को हाथ से ठीक करने वाले स्टाइल से ‘पुष्पा’ भाई थोड़ा ऊपर उठ चुके हैं क्योंकि अब वो अपने उठे हुए कंधे पर आग लगाकर सिगरेट जलाते हैं. यानी पूरी फिल्म में अल्लू अर्जुन का स्वैग ऐसा है जो आपने इससे पहले देखा ही नहीं होगा. 3 घंटे 21 मिनट की फिल्म में आपको धमाकेदार एक्शन, ड्रामा, इमोशन, रोमांस और ‘पुष्पा’ का स्वैग भर-भर के देखने को मिलेगा. रील और शॉर्ट के जमाने में इतनी लंबी फिल्म देखना अपने आप में एक टॉर्चर है, लेकिन लंबी फिल्म होने के बावजूद सुकुमार की ‘पुष्पा 2’ आपको बोर नहीं करेगी.
कमजोर पड़ा ‘पुष्पा’ !
कुछ-कुछ सीन्स को छोड़कर पुष्पाः द रूल में VFX भी अच्छे दिखाए गए हैं. वैसे, अगर आप ये सोच रहे हैं कि ‘पुष्पा’ के पहले पार्ट और ‘पुष्पा 2’ में सबसे बड़ा क्या फर्क है? तो इसका सिंपल सा जवाब है… बजट… यानी दोनों फिल्मों में बड़े बजट का फर्क है. जहां ‘पुष्पा 2’ 400 करोड़ रुपये में बनकर तैयार हुई है तो वहीं, साल 2021 में रिलीज हुई ‘पुष्पाः द राइज’ का बजट 150 करोड़ रुपये था. अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना स्टारर पहली ‘पुष्पा’ ने बॉक्स ऑफिस पर 350 करोड़ रुपये का शानदार बिजनेस किया था. अब वो पैसा पार्ट 2 में दिख भी रहा है. वैसे पहले पार्ट में फिर भी सब कुछ आसान लग रहा था लेकिन इस बार मामला गंभीर है, क्योंकि इस बार टक्कर कांटे की है. दूसरे पार्ट में ‘पुष्पा’ भी कमजोर पड़ता दिखाई देता है. इतना ही नहीं एक सीन में तो आप ‘पुष्पा राज’ को सॉरी बोलते हुए भी देखेंगे. हालांकि, वो हीरो है, जल्दी से हार नहीं मानेगा. वैसे भी इस बार
‘पुष्पा’ फायर नहीं वाइल्ड फायद बनकर आया है.
रोमांस की भरमार
अल्लू अर्जुन की हीरोइन रश्मिका मंदाना यानी ‘श्रीवल्ली’ और ‘पुष्पा’ की सौतेली फैमिली के बीच अनबन आपको हंसने पर मजबूर कर देगी. हां अगर आप 90s के दौर के हैं तो कुछ कुछ रोमांटिक सीन्स फैमिली के साथ देखने पर थोड़ा असहज महसूस कर सकते हैं. हालांकि, बहुत ज्यादा इंटिमेट सीन्स फिल्म में नहीं है. वहीं, सेंसर बोर्ड ने अल्लू अर्जुन की फिल्म से हाथ- पैर काटने वाले कुछ सीन्स को हटवाया है, उसके बाद भी ‘पुष्पा 2’ में काफी खून खराबा दिखाया गया है. ‘पुष्पा 2’ की एक और अच्छी बात ये है कि इसकी कहानी समझने में किसी को भी ज्यादा दिमाग नहीं लगाना पड़ेगा. यानी कहानी को दिखाने और बताने में डायरेक्टर सुकुमार ने अच्छा-खासा दिमाग लगाया है. ये कह सकते हैं कि ‘पुष्पा 2’ टोटल फ्रेश फिल्म है जिसमें पुराने इमोशन्स कैरी किए गए हैं. इस फिल्म में कहीं-कहीं पर ‘पुष्पा’ की हालत ऐसी हो जाती है कि आप काफी इमोशनल भी हो जाएंगे. जहां फिल्म के पहले पार्ट में ‘पुष्पा’ की कहानी सुनाई जा रही थी तो वहीं, ‘पुष्पाः द रूल’ में ‘पुष्पा’ की कहनी बनाई जा रही है. लास्ट तक आते-आते तो लोगों में ‘पुष्पा 3’ का कॉन्सेप्ट भी क्लियर होने लगता है. हालांकि, ये तय है कि अल्लू अर्जुन जल्द ही इस पैन इंडिया फिल्म के तीसरे पार्ट में भी दिखाई देंगे.
सालों तक होगी सीन की चर्चा
फिल्म का जात्रा वाला सीन्स, जिसे आपने ट्रेलर में देखा होगा वो सिर्फ एक झलक थी. फिल्म में इस सीन का किसी से भी मुकाबला करना बेकार है. एस एक सीन में अल्लू अर्जुन का ट्रांसफॉर्मेशन, बैकग्राउंड म्यूजिक, एक्शन सीक्वेंस और जिस तरह से पूरा सेट डिजाइन किया गया है उसका पूरा क्रेडिट सुकुमार को जाता है, जो इस फिल्म के मास्टर माइंड यानी डायरेक्टर हैं. उन्हें अच्छी तरह पता है कि सिंपल कहानी को लार्जन देन लाइफ कैसे बनाना है. उन्होंने साल 2021 में जब ‘पुष्पा 1’ बनाई तब भी मैजिक किया था और इस बार तो उनका जादू अलग लेवल का नजर आ रहा है. यही वजह है कि इस बार कई लोग पुष्पा को कम्पलीट मास एंटरटेनमेंट सिनेमा कै टैग दे रहे हैं.
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कुछ कमियां भी हैं ‘पुष्पा’ में
इतनी तारीफ के बाद अब ‘पुष्पाः द रूल’ की कमियां भी जान लेते हैं, जो ज्यादा नही हैं. अल्लू अर्जुन की ‘पुष्पा 2’ की सबसे बड़ी कमी है उसका म्यूजिक. वैसे भी फिल्म की रिलीज से पहले ‘पुष्पाः द रूल’ जितने गाने आए वो फालतू ही लग रहे थे. लेकिन जब आप इस फिल्म को थिएटर्स में जाकर देखेंगे तो ये फालतू गाने आपको थोड़े कम फालतू लगेंगे. डांस वाले गाने जल्दी-जल्दी खत्म हो जाएंगे, तो आप उसमें ज्यादा कमी नहीं निकाल पाएंगे और रोमांटिक गानों में आपका ध्यान सिर्फ रश्मिका मंदाना और अल्लू अर्जुन पर ही रहेगा, तो वहां पर भी ये गाने खटकेंगे नहीं. मगर ये कहना गलत नहीं है कि ‘पुष्पा 2’ का कोई भी गाना ऐसा नहीं है जिसे आप कुछ दिन या महीने बाद गुनगुना सकें. पुष्पा 1 में जैसे ‘तेरी झलक शर्फी श्रीवल्ली’ और सामंथा रूथ प्रभु पर फिल्माया गया आइटम नंबर ‘ऊ अंतवा मामा’ लोगों की जुंबा पर चढ़ गए थे, इस बार ऐसा कुछ नहीं है. वैसे सामंथा के गाने की जगह पुष्पा 2 में ‘थप्पड़ मारूंगी…’ को देने की पूरी कोशिश की गई. हालांकि, ये गाना ना तो लोगों को समझ में आया और ना ही पसंद. बाकी गाने भी काम चलाऊ ही हैं. बस जो ‘पुष्पा’ एंथम है वो ही सुनने में ठीक-ठाक लगा है.
रश्मिका का कम स्क्रीन टाइम
रश्मिका मंदाना का रोल इस बार साइड वाला लग रहा है, क्योंकि फिल्म में उनके लिए कुछ खास करने के लिए नहीं था. लेकिन रश्मिका के बिना फिल्म अधूरी भी है. वैसे भी कहावत है कि राजा की जान तोते में बसती है और इस फिल्म में राजा है ‘पुष्पा’ और उसकी जान जिस तोते में बसती है वो है ‘श्रीवल्ली….’ यही वजह है कि पुष्पा के दुश्मन ‘श्रीवल्ली’ को अलग-अलग तरह से नुकसान पहुंचाना चाहते हैं. हालांकि, फैन्स को रश्मिका के रोल से कुछ ज्यादा ही उम्मीद थी. वैसे, जो डायरेक्टर ने किया वो ठीक ही है क्योंकि फिल्म का नाम ‘पुष्पाः द रूल है…’श्रीवल्ली नहीं. इसके अलावा फिल्म का तड़कता-भड़कता बैकग्राउंड म्यूजिक आपके कानों को थोड़ा कष्ट दे सकता है, लेकिन इतना तो बनता है.
Conclusion
जैसा की अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना की ‘पुष्पाःद रूल’ से उम्मीद थी, लग रहा है कि ये फिल्म उन्हें पूरा करने वाली है. साल 2021 में रिलीज हुए फिल्म के पहले पार्ट यानी ‘पुष्पाः द राइज’ ने भी दर्शकों को निराश और बोर नहीं किया था. उसी तरह दूसरा पार्ट भी दर्शकों को भरपूर एंटरटेन करने वाला है. कहा जा रहा है कि ओपनिंग वीकेंड पर ही अल्लू अर्जुन की फिल्म 300 करोड़ रुपये से ज्यादा का बिजनेस कर लेगी. ना सिर्फ भारत में बल्कि विदेश में भी ये फिल्म ब्लॉक बस्टर होने की राह पर है. वैसे भी जिस तरह से ‘पुष्पा 2’ की एडवांस बुकिंग हुई उसी से इस फिल्म को लेकर दर्शकों में क्रेज देखा जा रहा है. वैसे भी ‘पुष्पा 2’ की पूरी टीम ने जितनी मेहनत इस फिल्म को बनाने में लगाई है, उतनी ही फिल्म के प्रमोशन में भी की है. अल्लू अर्जुन ने बिहार, मुंबई, गुजरात, दिल्ली जैसे देश के कई बड़े राज्यों में इस फिल्म का जमकर प्रमोशन किया है. वैसे इस बात में जरा भी शक नहीं है कि अल्लू अर्जुन की ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर नोटों की बारिश करने वाली है. हर भाषा में इस फिल्म को पसंद किए जाने की पूरी-पूरी उम्मीदें हैं.
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