Yati Narsinghanand Controversial Statement: योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने कहा कि किसी भी धर्म या संप्रदाय के देवी-देवताओं, संतों और महापुरुषों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है.
Yati Narsinghanand Controversial Statement: उत्तर प्रदेश राज्य के गाजियाबाद के डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंद के बयान पर सियासत जारी है. इस मामले पर जमकर बयानबाजी हो रही है.
इस बीच उत्तर प्रदेश के प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म या संप्रदाय के देवी-देवताओं, संतों और महापुरुषों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई जानबूझकर ऐसा करता है, तो उसे कड़ी सजा दी जाएगी. उन्होंने माहौल खराब करने वालों की पहचान कर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के भी निर्देश दिए.
‘ऐसी अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य’
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के मुख्य सचिव मनोज कुमार, DGP प्रशांत कुमार और अन्य उच्च अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक में उन्होंने कहा कि विरोध के नाम पर अराजकता, तोड़फोड़ या आगजनी बर्दाश्त नहीं होगी.
उन्होंने यह भी कहा कि अगर कोई ऐसा करता है, तो उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हर धर्म और संप्रदाय का सम्मान होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि किसी भी धर्म के देवी-देवताओं, संतों और महापुरुषों के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी अस्वीकार्य है.
उन्होंने कहा कि अगर कोई ऐसा करता है तो, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी और उसे कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी. बता दें कि कुछ दिनों पहले डासना मंदिर के पुजारी यति नरसिंहानंनद ने पैगंबर मोहम्मद (Paigambar muhammad) के खिलाफ टिप्पणी की थी.
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मुस्लिम संगठनों ने की गिरफ्तारी की मांग
यति नरसिंहानंद की टिप्पणी के बाद पूरे देश में बवाल मच गया. कई मुस्लिम संगठनों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन करते हुए गिरफ्तारी की मांग की.
वहीं नेशनल कांन्फ्रेंस, समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी जैसे दलों ने भी उनके इस बयान की निंदा की और सरकार से उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. बता दें कि 3 अक्टूबर को उनके खिलाफ पहली FIR दर्ज कराई गई थी.
FIR के मुताबिक उन्होंने 19 सितंबर को लोहिया नागा स्थित हिंदी भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी की थी. उनके खिलाफ BNS की धारा 302 (जानबूझकर किसी की धार्मिक भावना आहत करना) लगाई गई.
इसके बाद गाजियाबाद के वेब सिटी थाने के डासना क्षेत्र के उपनिरीक्षक और क्षेत्र बीट प्रभारी भानु प्रकाश सिंह ने उनके खिलाफ FIR दर्ज कराई थी.
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