Sambhal Masjid Survey Violence: मुरादाबाद के कमिश्नर ने कहा कि दूसरा सर्वे अदालत के आदेश पर किया गया और मस्जिद समिति ने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया.
Sambhal Masjid Survey Violence: संभल में जामा मस्जिद के दूसरे सर्वे को लेकर रविवार को भड़की हिंसा पर मुरादाबाद के कमिश्नर ने बहुत बड़ी जानकारी दी है.
मुरादाबाद के कमिश्नर अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि दूसरा सर्वे अदालत के आदेश पर किया गया था. उन्होंने कहा कि मस्जिद समिति के प्रमुख ने तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया.
दरअसल, जामा मस्जिद की प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली ने कहा था कि मस्जिद का हालिया सर्वे कोर्ट के आदेश पर नहीं किया गया था.
संभल के सांसद के खिलाफ FIR दर्ज
मुरादाबाद के कमिश्नर अंजनेय कुमार सिंह ने सोमवार को मीडिया से बात करते हुए दावा किया कि संभल की जामा मस्जिद में दूसरे सर्वे के लिए अदालत से अनुमति दी गई थी और मस्जिद प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली शहर में अशांति पैदा करने के लिए तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश कर रहे हैं.
अंजनेय कुमार सिंह ने कहा कि जफर अली ने भी खुद सर्वे के लिए सहमति दी थी और इस दौरान मस्जिद के इमाम साहब भी मौजूद थे. जफर अली अशांति पैदा करने के लिए अपना बयान बार-बार बदल रहा है.
उन्होंने कहा कि बार-बार बयान बदलने के कारण जफर अली और उसके साथियों को पूछताछ के लिए बुलाया है. जफर अली दूसरी मस्जिद पक्ष की ओर से था ऐसे में सर्वे के दौरान उपस्थिति अनिवार्य थी.
इसके साथ ही मुरादाबाद के कमिश्नर ने संभल के सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल के खिलाफ दर्ज FIR पर कहा कि इस बात के सबूत हैं कि सांसद जिया उर रहमान बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल ने लोगों को भड़काया. वह पहले से ही इसमें शामिल थे.
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पुलिस पर भीड़ को भड़काने का आरोप
बता दें कि इससे पहले सोमवार को ही शाही जामा मस्जिद प्रबंधन समिति के अध्यक्ष जफर अली ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बड़ा दावा किया था.
पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि मस्जिद का हालिया सर्वेक्षण अदालत के आदेश के तहत नहीं बल्कि पूरी तरह से जिला मजिस्ट्रेट के निर्देश पर किया गया था. साथ ही उन्होंने दावा किया कि यह सर्वेक्षण गैरकानूनी तरीके से किया गया था.
उन्होंने आरोप लगाया कि इस घटना के लिए दोषी अधिकारी संभल की SDM वंदना मिश्रा और क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार हैं. जफर अली ने आरोप लगाया कि SDM ने वजूखाने से पानी निकालने पर जोर दिया, जिससे भीड़ को लगा खोदाई हो रही है और इससे भीड़ भड़क गई. उन्होंने सर्किल ऑफिसर अनुज कुमार पर भीड़ को भड़काने का आरोप लगाया.
बयान के सामने आते ही पुलिस चौकन्ना हो गई और प्रेस कॉन्फ्रेंस खत्म होते ही पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया. बता दें कि पुलिस ने हिंसा के मामले में सात FIR दर्ज की गई हैं और 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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