Sambhal Latest News: कुंए के सामने आते ही जिला प्रशासन एक्टिव हो गया और जीर्णोद्धार और खुदाई का काम शुरू किया. यह कूप शाही जामा मस्जिद के पास है.
Sambhal Latest News: उत्तर प्रदेश के संभल में हर रोज नए खुलासे हो रहे हैं. शिव मंदिर, राधा-कृष्ण का मंदिर, कुएं और बावड़ी के बाद अब संभल में एक और प्राचीन कूप को ढूंढ निकाला है. संभल जिला प्रशासन ने इस प्राचीन कूप की पहचान मृत्यु कूप के रूप में की है और अब इसके खुदाई और जीर्णोद्धार का भी काम तेजी से शुरू करा दिया है. इस कूप को लेकर दावा किया जाता है कि यह कूप बहुत धार्मिक और आध्यात्मिक महत्व रखता है.
शाही जामा मस्जिद के पास है कूप
संभल में यह कूप कोतवाली थाना क्षेत्र में स्थित कोट पूर्वी में मिला है. कुंए के सामने आते ही जिला प्रशासन एक्टिव हो गया और जीर्णोद्धार और खुदाई का काम शुरू किया. बता दें कि यह कूप उसी इलाके में स्थित हैं, जहां पर 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हिंसा भड़क गई थी. वहीं, संभल के जिलाधिकारी राजेन्द्र पेन्सिया ने संभल के सभी प्राचीन इमारतों के साथ-साथ 68 तीर्थों और 19 कूपों को संरक्षित करने का आश्वासन दिया है.
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— Arvind Mohan Singh (@ArvindSinghUp) December 26, 2024
संभल में जामा मस्जिद से सिर्फ 300 मीटर दूरी पर प्राचीन कूप (कुआं) मिला है। मंदिर के प्राप्त नक्शे में इसका नाम 'मृत्यु कूप' है, जिसका जिक्र प्राचीन पुस्तकों में भी है। खुदाई चालू है… pic.twitter.com/ADlEt05tzI
ऐसे में मृत्यु कूप के सामने आन के बाद पुलिस की तैनाती की गई और कुंए की खुदाई शुरू की गई. स्थानीय लोगों के अनुसार इस कुएं का पानी कई साल पहले खाली हो गया था और मलबे से भर गया था. साथ ही दावा किया कि यह कुआं न केवल एक ऐतिहासिक स्थल है, बल्कि एक पवित्र स्थल भी है. भक्तों का मानना है कि स्नान करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है.
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संभल माहात्म्य में भी मिलता है वर्णन
दरअसल, इस कूप का वर्णन संभल माहात्म्य में संभल तीर्थ परिक्रमा में भी मिलता है. इस किताब को साल 1985 में लेखक डॉ. रमाकांत शुक्ल की ओर से लिखा गया है. किताब में लिखा है कि कूप में स्नान और दर्शन मात्र से हजारों पाप उतर जाते हैं. साथ ही कूप से उत्तर में 150 गज दूर यमदग्नि कूप है. कूप में स्नान से भगवान महादेव प्रसन्न होते हैं. इस कूप से उत्तर में पुरानी मुन्सिफी के पास मोहल्ला कोट पूर्वी में हैं.
स्थानीय पार्षद गगन वार्ष्णेय ने कहा कि मृत्यु कूप एक बहुत ही प्राचीन और पूजनीय स्थल है. यह कुआं बेहद लोकप्रिय है और इसके जीर्णोद्धार से हमारी आस्था और भी मजबूत होगी. बता दें कि इससे 150 मीटर की दूरी पर ही शाही जामा मस्जिद है, जहां हिंसा भड़कने के बाद प्रशासन अवैध बिजली चोरी और अतिक्रमण के खिलाफ जांच करने पहुंची थी. इसी दौरान 13 दिसंबर को सबसे पहले 46 साल से बंद भस्म शंकर मंदिर मिला था. इसके बाद से संभल में कई मंदिर और कूप मिल रहे हैं.
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