Russia Ukraine War: अमेरिका और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को स्टॉर्म शैडो (Storm Shadow) और आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) जैसे घातक हथियार दिए हैं.
Russia Ukraine War: रूस-यूक्रेन के बीच पिछले 30 महीने से जंग जारी है. इस जंग में जल्द ही नया मोड़ आ सकता है. दरअसल, अमेरिका और ब्रिटेन यूक्रेन को रूस के भीतरी इलाकों में हमला करने के लिए पश्चिमी हथियारों का उपयोग करने की अनुमति देने पर चर्चा कर रहे हैं.
इसे लेकर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की भी लगातार पश्चिमी देशों पर दबाव बना रहे हैं. ऐसे में सवाल उठता है कि वह कौन से हथियार हैं, जिन्हें चलाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की लगातार पश्चिमी देशों से अनुमति देने के लिए गुहार लगा रहे हैं.
लाल रेखाओं की अनदेखी करें : यूक्रेन
बता दें की अमेरिका और पश्चिमी देशों ने यूक्रेन को स्टॉर्म शैडो (Storm Shadow) और आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) जैसे घातक हथियार दिए हैं. इन हथियारों को चलाने के लिए यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमीर जेलेंस्की बार-बार अमेरिका और पश्चिमी देशों से अनुमति देने के लिए गुहार लगा रहे हैं.
उन्होंने एक सप्ताह पहले जर्मनी के रामस्टीन एयर बेस पर बोलते हुए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की (Volodymyr Zelenskyy) ने अमेरिका और उसके सहयोगियों से आग्रह किया था कि वह रूस की लाल रेखाओं की अनदेखी करें और रूस पर दबाव बनाने के लिए रूस में लंबी दूरी के हमलों की अनुमति दे.
उन्होंने कहा था कि हमें यूक्रेन के कब्जे वाले क्षेत्र पर और रूसी क्षेत्र पर भी यह लंबी दूरी की मिसाइलों से हमला करने की आवश्यकता है, ताकि रूस शांति प्रस्ताव के लिए मजबूर हो जाए.
विनाशकारी परिणाम होंगे : रूस
वहीं, दूसरी ओर रूस ने इस मामले पर बड़ी धमकी दी है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) ने साफ तौर पर कहा है कि यह सवाल यूक्रेनी शासन को इन हथियारों से रूस पर हमला करने की अनुमति देने या न देने का नहीं है.
उन्होंने कहा कि यह तय करने के बारे में है कि नाटो देश सीधे सैन्य संघर्ष में शामिल होंगे या नहीं. अगर यह निर्णय लिया जाता है, तो इसका मतलब सीधी भागीदारी से कम कुछ नहीं होगा. इसका मतलब यह होगा कि नाटो देश, अमेरिका और यूरोपीय देश यूक्रेन का साथ दे रहे हैं. संघर्ष को लेकर हम अपने सामने आने वाले खतरों के जवाब में उचित निर्णय लेंगे.
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने भी कहा है कि कई विदेशी राजनेता जिन्होंने अपनी समझदारी बरकरार रखी है, समय-समय पर अपने अति उत्साही सहयोगियों को याद दिलाते हैं कि इतिहास के सबक भूलने से उनके लिए विनाशकारी परिणाम होंगे.
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यह एक सोची समझी साजिश : रूस
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन और यूके के विदेश मंत्री डेविड लैमी की यूक्रेन यात्रा पर रूस के विदेश मंत्री ने कहा कि यह एक सोची समझी साजिश है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि रूस के अंदर लक्ष्यों पर लंबी दूरी के हथियारों के उपयोग पर प्रतिबंध हटाने का निर्णय बहुत पहले लिया गया था
उन्होंने आगे कहा कि और अब वेह इसे जनता के सामने पेश करने का सबसे सही तरीका खोजने की कोशिश कर रहे हैं. बता दें कि ब्रिटेन और फ्रांस पहले ही यूक्रेन को हवाई क्रूज मिसाइलें भेज चुके हैं. इन मिसाइलों से यूक्रेन ने अब तक क्रीमिया और काला सागर में रूसी ठिकानों पर हमला कर चुका है.
अमेरिका की ओर से भी काफी विचार-विमर्श के बाद अक्टूबर 2023 में यूक्रेन को आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) दिया गया. ATACMS 165 किलोमीटर यानी 100 मील तक हमला करने में सक्षम है. यूक्रेन को यूरोपीय देशों से F-16 लड़ाकू विमान मिले हैं.
क्या है स्टॉर्म शैडो मिसाइल
- लंबी दूरी की घातक हमला करने वाली मिसाइल है स्टॉर्म शैडो.
- स्टॉर्म शैडो को SCALP नाम से भी जानते हैं.
- साल 2003 में पहली बार इराक और लीबिया में किया गया था स्टॉर्म शैडो का उपयोग
- टॉरनेडो, राफेल, मिराज 2000 जैसे फाइटर जेट्स से दागा जाता है स्टॉर्म शैडो
- लंबी दूरी तक खड़े रहने और कम निगरानी के कारण करता है सटीक हमला
- INS, GPS और टेरेन रेफरेंस नेविगेशन सिस्टम से जुड़े होने के कारण करता है सटीक हमला
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