Mayawati News: मायावती ने कहा है कि BSP का वास्तविक उत्तराधिकारी वही होगा, जो दुख-तकलीफ उठाकर उसे आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे.
Mayawati News: BSP यानि बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने रविवार को बहुत बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि पार्टी में स्वार्थ और रिश्ते-नाते महत्वहीन है. मेरे जीते जी BSP का वास्तविक उत्तराधिकारी वही होगा, जो हर दुख-तकलीफ उठाकर उसे आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे. ऐसे में माना जा रहा है कि मायावती ने इशारों ही इशारों में जता दिया है कि वह अपने भतीजे आकाश आनंद को लेकर आश्वस्त नहीं हैं.
अपने X हैंडल पर एक के बाद एक किए 5 पोस्ट
दरअसल, मायावती ने रविवार को अपने X हैंडल पर एक के बाद एक 5 पोस्ट किए. उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा कि BSP कांशीराम की ओर से स्थापित की गई पार्टी और मूवमेंट में स्वार्थ, रिश्ते-नाते जैसी चीजें महत्वहीन यानि बहुजन-हित से सर्वोपरि हैं.
अगले पोस्ट में उन्होंने लिखा कि कांशीराम के उत्तराधिकारी होने के नाते मैं भी उनके पद चिह्नों पर चलते हुए आखिरी सांस तक हर कुर्बानी देकर संघर्ष जारी रखूंगी. इसके अगले पोस्ट में उन्होंने कहा कि कांशीराम की तरह ही मेरे जीते जी भी पार्टी और मूवमेंट वास्तविक उत्तराधिकारी तभी होगा, जब वह कांशीराम के अंतिम सांस तक उनकी शिष्या की तरह हर दुःख-तकलीफ उठाकर पार्टी को आगे बढ़ाने में पूरे जी-जान से लगातार लगा रहे.
साथ ही उन्होंने कहा कि देश भर में BSP के छोटे-बड़े सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को भी पार्टी प्रमुख की ओर से निर्देश, अनुशासन और दायित्व के प्रति पूरी निष्ठा से जवाबदेह होकर लगातार काम करते रहना जरूरी है.
ऐसे में माना जा रहा है कि मायावती का यह बयान भतीजे आकाश आनंद को लेकर है. साथ ही सियासी हलकों में इस बात की चर्चा शुरू हो गई है कि मायावती जल्द ही उत्तराधिकारी को लेकर बड़ा फैसला कर सकती हैं.
यह भी पढ़ें: CBI चीफ की नियुक्ति में CJI को किया जाना चाहिए शामिल? जानें लीगल एक्सपर्ट्स ने क्या कहा
साल 2023 में घोषित किया था अपना उत्तराधिकारी
दरअसल, मायावती ने साल 2023 में अपने भतीजे आकाश आनंद को उत्तराधिकारी और पार्टी का कोओर्डिनेटर घोषित किया था. BSP की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में एक बार फिर से आकाश आनंद को आशीर्वाद दे दिया था. ऐसे में यह तय माना जा रहा था कि मायावती ने आकाश आनंद को अपना उत्तराधिकारी मान लिया है. इसके बाद उन्होंने लोकसभा चुनाव में तीव्र और आक्रामक भाषण देने के चलते 7 मई, 2024 को आकाश आनंद अपरिपक्व बताते हुए दोनों अहम जिम्मेदारियों से अलग कर दिया था.
चुनाव खत्म होने के बाद उन्होंने फिर से आकाश आनंद को कोओर्डिनेटर पद दे दिया था. वहीं, उन्होंने 12 फरवरी को आकाश आनंद के ससुर अशोक सिद्धार्थ को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाया था. साथ ही उनके करीबी माने जाने वाले नितिन सिंह को भी पार्टी से निष्कासित कर दिया.
मायावती ने इस पर बयान जारी करते हुए कहा था कि BSP की ओर से खासकर दक्षिणी राज्यों के प्रभारी रहे डॉ. अशोक सिद्धार्थ, पूर्व सांसद नितिन सिंह चेतावनी के बावजूद भी गुटबाजी और पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी के हित में तत्काल प्रभाव से पार्टी से निष्कासित किया जाता है.
यह भी पढ़ें: Delhi: दिल्ली में हार के बाद अपनों ने छोड़ा AAP का साथ, तीन पार्षदों ने थामा BJP का दामन
Follow Us On: Facebook | X | LinkedIn | YouTube | Instagram