Home Top News MahaKumbh सिर्फ आस्था का ही नहीं रोजगार का भी बन रहा साधन, जानें कैसे मिल रहा लोगों को काम

MahaKumbh सिर्फ आस्था का ही नहीं रोजगार का भी बन रहा साधन, जानें कैसे मिल रहा लोगों को काम

by Divyansh Sharma
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MahaKumbh Mela 2025: महाकुंभ में अस्थाई शिविरों का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में हैं. इन निर्माण कार्य में भारी संख्या में कामगार और श्रमिक अपनी सेवा दे रहे हैं.

MahaKumbh Mela 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ मेला 2025 को लेकर तैयारियां अपने जोरों पर हैं. इस भव्य आयोजन को हर तरह से खास बनाने के लिए उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार युद्ध स्तर पर तैयारियां कर रही है. इसी के साथ आस्था के महा समागम में कई राज्यों से पहुंचे कामगारों और श्रमिकों को बड़ी संख्या में रोजगार भी मिल रहा है.

दूसरे प्रदेशों से भी पहुंचे कामगार और श्रमिक

दरअसल, महाकुंभ के मद्देनजर 92 सड़कों का नवीनीकरण, 30 पांटून पुलों का निर्माण और चेकर्ड प्लेटें बिछाने से लेकर बड़ी संख्या में अस्थाई शिविरों का निर्माण कार्य अपने अंतिम चरण में हैं. इन निर्माण कार्य में भारी संख्या में कामगार और श्रमिक अपनी सेवा दे रहे हैं.

ऐसे में 12 साल पर लगने वाले महाकुंभ में देश के दूसरे प्रदेशों से आए हजारों लोगों के लिए भी रोजगार का माध्यम भी बन रहा है. सिर्फ इतना ही नहीं, दूसरे प्रदेशों से काम की तलाश में पहुंचे श्रमिक इको फ्रेंडली शिविरों के निर्माण में भी अपना पूरा योगदान दे रहे हैं. बता दें कि इस बार चार हजार हेक्टेयर भूमि पर महाकुम्भ मेला क्षेत्र बसाया जा रहा है. पूरे मेला क्षेत्र को 25 सेक्टर बांटा गया है. साथ ही हर सेक्टर में 400 से अधिक संस्थाएं और शिविर बसाई जा रही हैं.

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45 दिन तक चलेगा आस्था का महाकुंभ

400 से अधिक संस्थाओं और शिविरों को बसाने में भी हजारों लोगों को रोजगार मिल रहा है. स्थानीय स्तर पर दारागंज, हेतापट्टी, मलवा छतनाग, झूंसी में माघ मेला में शिविरों का निर्माण करने वाले कारीगरों की मांग तेजी से बढ़ती जा रही है. इसके अलावा टेंटेज का काम करने वाले स्थानीय लोगों को भी महाकुंभ मेले में रोजगार मिल रहा है.

गौरतलब है कि 12 साल बाद होने वाला महाकुंभ अगले साल में 13 जनवरी से प्रारंभ होगा और 26 फरवरी तक चलेगा. 45 दिवसीय उत्सव में देश और विदेश से 40 करोड़ से ज्यादा संतों, श्रद्धालुओं और पर्यटकों के आने की उम्मीद जताई जा रही है. ऐसे में राज्य की योगी आदित्यनाथ की सरकार के निर्देश पर प्रयागराज के सभी मंदिरों, घाटों, पार्कों, सड़कों और फ्लाईओवरों के सौंदर्यीकरण का काम भी तेजी से चल रहा है.

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