Maha Kumbh Mela Stampede: अमृत स्नान के दौरान मचे भगदड़ पर महाकुंभ के मेला अधिकारी और महाकुंभ मेला क्षेत्र के DIG ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
Maha Kumbh Mela Stampede: तीर्थनगरी प्रयागराज में महाकुंभ में अमृत स्नान के दौरान बुधवार को भगदड़ मच गई. इस मामले पर महाकुंभ के मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और महाकुंभ मेला क्षेत्र के DIG वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया. उन्होंने बताया कि इस हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी इस मामले पर बयान जारी किया है. उन्होंने कहा कि 30 लोगों की मृत्यु दुखद है. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भावुक भी दिखे.
मृतकों के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक मदद
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बताया कि इस घटना की जांच होगी. उन्होंने निर्देश दिया कि उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और DGP प्रशांत कुमार गुरुवार को महाकुंभ में हादसे वाली जगह पर जाएंगे. इसके लिए 3 सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है.
पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में जांच समिति गठित किया है. पूर्व IAS वी के गुप्ता और रिटायर्ड IAS बीके सिंह कमेटी में शामिल हैं. इसके अलावा उत्तर प्रदेश पुलिस भी इस हादसे की जांच करेगी. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कहा घटना के तह में जाना जरूरी है. इसके अलावा उन्होंने मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख रुपये की आर्थिक मदद का एलान किया है.
VIDEO | Speaking on the Maha Kumbh stampede incident, Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath (@myogiadityanath) says, "Today is the Amrit Snan of Mauni Amavasya. Since 7 pm yesterday, devotees in large numbers were taking the holy dip while others were waiting for 'Brahma Muhurta'.… pic.twitter.com/g1icCilu7F
— Press Trust of India (@PTI_News) January 29, 2025
30 में से 25 शवों की हुई शिनाख्त
DIG महाकुंभ नगर मेला क्षेत्र वैभव कृष्ण ने कहा कि मौनी अमावस्या के दिन हुए भगदड़ में 30 श्रद्धालुओं की मौत हुई है, जिनमें 25 की शिनाख्त हो चुकी है. वहीं, 90 घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है. बाकी 5 शवों की पहचान की जा रही है. उन्होंने बताया कि मंगलवारी की देर रात1-2 बजे के बीच भगदड़ मची थी. महाकुंभ मेला क्षेत्र के DIG वैभव कृष्ण ने बताया कि घायलों को प्रयागराज के अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है. मृतकों में कई लोग दूसरे प्रदेशों से भी हैं जिनमें चार लोग कर्नाटक से, असम से एक और गुजरात से एक हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर सभी का इलाज सरकारी खर्च पर किया जाएगा. उन्होंने यह भी बताया कि कई लोगों के परिवार में एक से ज्यादा की मौत हो गई है. मेला अधिकारी विजय किरन आनंद और महाकुंभ मेला क्षेत्र के DIG वैभव कृष्ण की प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि पूरे महाकुंभ क्षेत्र में अब हालात काबू में हैं और प्रशासन युद्ध स्तर पर मामले को संभाल रहा है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी पल-पल की अपडेट ले रहे हैं.
कैसे मची भगदड़?
DIG वैभव कृष्ण ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी बताया कि भगदड़ क्यों मची थी. उन्होंने कहा कि भारी भीड़ के कारण बैरिकेड्स टूट गए. इसी वजह से संगम नोज के पास भगदड़ मच गई और 30 लोगों की मौत हो गई. हादसा अखाड़ा मार्ग पर रात डेढ़ बजे के आसपास हुआ था. श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण दबाव बन गया था. इसी वजह से बैरिकेडिंग टूट गई और अंदर घुसी श्रद्धालुओं की भीड़ ने स्नान का इंतजार कर रहे लोगों को कुचलना शुरू कर दिया.
मौनी अमावस्या पर्व मचे भगदड़ पर साधु-संतों की भी प्रतिक्रिया सामने आई है. श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के महामंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद ने कहा कि महाकुंभ में अफवाह की वजह से यह घटना घटी है, लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार और पुलिस ने इस घटना पर तुरंत एक्शन लिया, जिससे बहुत से लोगों की जान बच गई. जिस तरह की भीड़ थी, यह हादसा बहुत बड़ा हो सकता था.
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