Territorial Army Soldiers Kidnap: जवान की पहचान हिलाल अहमद भट (Hilal Ahmad Bhat) के रूप में हुई है. सर्च ऑपरेशन के दौरान वह लापता हो गए थे.
Territorial Army Soldiers Kidnap: जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में चुनावी नतीजे आने के बाद ही आंतकियों की बहुत घिनौनी साजिश सामने आई है.
जम्मू-कश्मीर में कोकरनाग के शांगस में आतंकियों ने कायराना हरकत को अंजाम देते हुए टेरिटोरियल आर्मी के जवान का अपहरण कर लिया.
अब उस जवान का गोलियों से छलनी शव बरामद हुआ है. जवान की पहचान हिलाल अहमद भट (Hilal Ahmad Bhat) के रूप में हुई है.
जवान को खोजने के लिए चलाया गया ऑपरेशन
सेना के अधिकारियों ने जानकारी देते हुए बताया कि सुरक्षा बलों ने बुधवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले से लापता एक सैनिक का गोलियों से छलनी शव बरामद किया. अधिकारियों ने बताया कि हिलाल अहमद भट मंगलवार को लापता हुए थे.
हिलाल अहमद टेरिटोरियल आर्मी (प्रादेशिक सेना) के जवान थे. उनका शव अनंतनाग के उतरासू इलाके के सांगलान के जंगलों से बरामद किया गया.
बता दें कि इससे पहले जानकारी सामने आ रही थी कि आतंकियों ने भारतीय सेना के दो जवानों का अपहरण कर लिया है. इनमें एक जवान के आतंकियों के चंगुल से बच के भाग निकला था.
बता दें कि सेना के जवान को खुफिया इनपुट मिला था कि कोकेरनाग के काजवान फॉरेस्ट एरिया में कुछ आतंकी छिपे हुए हैं. इसके बाद सेना ने पुलिस के साथ मिलकर बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया था.
यह भी पढ़ें: चंद मिनटों में 13 लोगों की उखड़ गई सांस, पाकिस्तान में खूनी इश्क की दास्तान उड़ा देगी आपके होश
सर्च ऑपरेशन के दौरान हुआ अपहरण
सर्च ऑपरेशन के दौरान टेरिटोरियल आर्मी के जवान हिलाल अहमद लापता हो गए थे. मंगलवार की रात से ही उनकी उनकी तलाश कर रही थी.
भारतीय सेना ने बताया था कि खुफिया इनपुट के आधार पर 8 अक्टूबर को कोकेरनाग के काजवान फॉरेस्ट एरिया में पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ सेना ने जॉइंट सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया था.
इस दौरान टेरिटोरियल आर्मी के जवान हिलाल अहमद लापता हो गए थे. श्रीनगर स्थित सेना की चिनार कोर (Chinar Corps) ने X पोस्ट में इस बात की जानकारी दी थी.
8 अक्टूबर को भारतीय सेना ने पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर कोकेरनाग के कजवान जंगल में एक जॉइंट आतंक विरोधी अभियान शुरू किया. टेरिटोरियल आर्मी के जवान को खोजने के लिए ऑपरेशन रात भर जारी रहा.
2020 में भी हुआ था जवान का अपहरण
बता दें कि टेरिटोरियल आर्मी के जवान के अपहरण की यह पहली घटना नहीं है. इससे पहले भी 2 अगस्त, 2020 में आतंकियों ने टेरिटोरियल आर्मी के जवान का अपहरण कर लिया था.
टेरिटोरियल आर्मी के जवान का नाम शाकिर मंजूर वागे था और वह 162-TA में दक्षिणी कश्मीर के बालापुर में तैनात थे. बकरीद की छुट्टियों के दौरान वह दक्षिण कश्मीर के शोपियां के हरमैन स्थित अपने घर के पास से ही लापता हो गए थे.
बाद में जानकारी सामने आई कि उनका अपहरण हो गया है. आतंकियों ने उनकी गाड़ी में भी आग लगा दिया था. अपहरण के पांच दिन बाद उनके घर वालों को घर के पास जवान के कपड़े मिले थे.
अगवा होने के एक साल बाद सितंबर 2021 में कुलगाम जिले में जवान का शव मिला था. बता दें कि
यह भी पढ़ें: पहले खुद को बताया अफसर, फिर जान से मारने की धमकी; इस तरह एक और महिला हुई Digital Arrest