Home Top News Digital Arrest के जाल में फंसी प्रोफेसर, गंवा दिए 75 लाख रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

Digital Arrest के जाल में फंसी प्रोफेसर, गंवा दिए 75 लाख रुपये, जानें क्या है पूरा मामला

by Divyansh Sharma
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Digital Arrest Scam In UP: अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) की रिटायर्ड प्रोफेसर से डिजिटल अरेस्ट कर ठगी की गई.

Digital Arrest Scam In UP: डिजिटल अरेस्ट के नाम पर धोखाधड़ी देश में बहुत बड़ी समस्या बन गई है. जहां एक ओर, पुलिस इस तरह के जालसाजों से सतर्क रहने की सलाह दे रही है.

वहीं दूसरी ओर, लोग इस तरह के स्कैम में लगातार फंसते ही जा रहे हैं. उत्तर प्रदेश के आगरा जिले में एक टीचर की मौत का मामला अभी ठंडा हुआ ही नहीं था कि अलीगढ़ से भी चौंकाने वाली जानकारी सामने आ रही है.

दरअसल, अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (Aligarh Muslim University) की सेवानिवृत्त प्रोफेसर से कथित तौर पर डिजिटल अरेस्ट कर 75 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई.

10 दिन रखा Digital Arrest में

उत्तर प्रदेश पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक रविवार अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (AMU) की रिटायर्ड प्रोफेसर कमर जहां से कथित तौर पर 75 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई.

दरअसल, जालसाजों ने उन्हें पहले ED यानी प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) का अधिकारी बताकर उन्हें 10 दिन तक डिजिटल अरेस्ट किया. फिर 75 लाख रुपये से अधिक की ठगी भी की.

कमर जहां ने शुक्रवार पुलिस में प्राथमिकी दर्ज कराई. मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने संबंधित बैंकों के अधिकारियों को संपर्क किया और पुलिस के हस्तक्षेप के कारण 13 लाख रुपये के लेन-देन बैंकों की ओर से रोक दिए गए.

पुलिस ने बताया कि कुल 21 अलग-अलग बैंक के खातों के जरिए भेजे गए थे. उनकी जांच की जा रही है और जल्द ही मामला सुलझा लिया जाएगा.

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ED का अधिकारी बनकर की कॉल

मामले की जांच कर रहे साइबर पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर वीडी पांडे ने न्यूज एजेंसी PTI से बताया कि कमर जहां 10 दिनों से ज्यादा समय तक डिजिटल अरेस्ट में रखा गया.

इसके बाद उन पर आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के लिए पैसे देने का दबाव बनाया. शिकायतकर्ता ने पुलिस को अपनी शिकायत में बताया कि उसे पहली कॉल 28 सितंबर को मिली थी.

आरोपी ने उन्हें ED का अधिकारी बनकर उससे कहा कि उनके खाते से कुछ संदिग्ध लेन-देन किए हैं. इस कारण उनके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग के मामले के तहत कार्रवाई और गिरफ्तारी भी हो सकती है.

आरोपी ने गिरफ्तारी से बचने के कुछ पैसे जमा कराने की बात कही. उसने उसे कुछ बैंक अकाउंट दिए और पीड़िता ने मांगों को पूरा करते हुए 75 लाख रुपये से ज्यादा जमा कर दिए.

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