Delhi Election 2025: अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी के बीच आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है. ऐसे में सवाल है कि आखिर दोनों नेता एक-दूसरे पर सीधे हमले क्यों कर रहे हैं.
Delhi Election 2025: देश की राजधानी दिल्ली में विधानसभा के चुनाव 5 फरवरी होने वाले हैं. इससे पहले तीनों बड़े दल BJP यानी भारतीय जनता पार्टी, AAP यानी आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच जुबानी जंग तेज हो गई है. इस जंग के बीच AAP सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी के बीच आर-पार की लड़ाई छिड़ गई है. ऐसे में बड़ा सवाल है कि आखिर कांग्रेस नेता अरविंद केजरीवाल पर सीधे हमले क्यों कर रहे हैं.
विपक्षी दलों के समर्थन से भड़के कांग्रेस नेता
दरअसल, इसका सबसे बड़ा कारण है कि कांग्रेस का दिल्ली में अलग-थलग पड़ना. इसमें सबसे ताजा बयान है समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव का. बुधवार को अखिलेश यादव ने कांग्रेस को आईना दिखाते हुए बड़ा बयान दिया. उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि I.N.D.I.A. गठबंधन सही-सलामत है. विपक्षी गठबंधन के बनते समय यही कहा गया था कि, जो रीजनल पार्टी जहां पर मजबूत है, उसे I.N.D.I.A. ब्लॉक मजबूती देगा और दिल्ली में AAP बहुत मजबूत है.
इससे पहले भी I.N.D.I.A. गठबंधन में शामिल कई दलों ने दिल्ली में AAP को समर्थन देते हुए कांग्रेस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.समाजवादी पार्टी के अलावा TMC यानी तृणमूल कांग्रेस, शिवसेना-UBT, RJD या राष्ट्रीय जनता दल और NCP यानी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-शरद गुट ने खुलकर AAP को समर्थन दे दिया है. इस कारण कांग्रेस इस बार दिल्ली में अकेले पड़ती दिख रही है.
"INDIA गठबंधन इंटैक्ट है। गठबंधन के बनते समय यही कहा गया था कि जो रीजनल पार्टी जहां मजबूत है उसे इंडिया गठबंधन मजबूत करेगा। दिल्ली में आप बहुत मजबूत है।"
— Samajwadi Party (@samajwadiparty) January 15, 2025
– माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री अखिलेश यादव जी pic.twitter.com/faRhKvUOdy
दोनों ने एक-दूसरे को बताया BJP की B टीम
सोमवार पहली बार शुरू हुई तीखी जुबानी जंग में अरविंद केजरीवाल और राहुल गांधी ने एक-दूसरे को BJP की B टीम बताया है. सोमवार को राहुल गांधी ने अपने X हैंडल पर एक गंदे नाले का वीडियो शेयर कर कह दिया कि यह है अरविंद केजरीवाल चमकती दिल्ली, पेरिस वाली दिल्ली. साथ ही साफ करो दिल्ली को टैग किया.
ये है केजरीवाल जी की ‘चमकती’ दिल्ली – पेरिस वाली दिल्ली!#SaafKaroDilli pic.twitter.com/ycSxZa4hUt
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 14, 2025
इस बयान पर अरविंद केजरीवाल ने पहली बार चुप्पी तोड़ते हुए सोमवार को कहा कि राहुल गांधी कांग्रेस को बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन हम देश बचाने की लड़ाई लड़ रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि दिल्ली विधानसभा का चुनाव कांग्रेस-BJP के बीच की जुगलबंदी को उजागर कर देगा. दरअसल, सियासी रणनीतिकारों का मानना है कि कई दिल्ली समेत कई राज्यों में AAP कांग्रेस के लिए बड़ी चुनौती बनती जा रही है. सबसे पहले दिल्ली में AAP ने कांग्रेस के वोट बैंक के सहारे सत्ता हासिल की. पंजाब में भी AAP ने कांग्रेस का वोट काटकर सत्ता हासिल की.
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खोई जमीन पाने की कोशिश कर रही कांग्रेस
कांग्रेस से जुड़े सूत्रों का दावा है कि कांग्रेस इस चुनाव में अपनी खोई जमीन पाने के लिए पूरी कोशिश कर रही है. कांग्रेस के मुस्लिम वोट भी AAP के समर्थन में है. साल 2013 से पहले तक के चुनावों में कांग्रेस और BJP के बीच टक्कर देखी जाती थी. कांग्रेस को लगभग 40 से 45 फीसदी और BJP को 30 से 35 फीसदी वोट मिलते रहे हैं. साल 1998 के बाद से BJP इसी वोट शेयर पर कायम है, लेकिन साल 2013 में AAP के पहली बार चुनाव लड़ने पर कांग्रेस का वोट शेयर 25 फीसदी हो गया.
साल 2013 के चुनाव में AAP को 28 सीटें और 29 फीसदी वोट शेयर मिले. कांग्रेस को सिर्फ 8 सीटें और BJP को 31 सीटें मिली. BJP का वोट शेयर 33 फीसदी ही रहा. वहीं, साल 2015 के चुनाव में AAP को 54 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 67 सीटें अपने नाम की. जीरो सीटों के साथ कांग्रेस का वोट शेयर घटकर 9.65 प्रतिशत हो गया. BJP ने 32 फीसदी वोट शेयर के साथ 3 सीटें अपने पास रखी. साल 2020 के चुनाव में AAP ने 53 फीसदी वोट शेयर के साथ 62 सीटें अपने नाम की. कांग्रेस 0 सीटों के साथ सिर्फ 4.2 फीसदी वोट हासिल कर पाई. वहीं, BJP ने 8 सीटें और 38.5 वोट शेयर हासिल किया. ऐसे में कांग्रेस और AAP के बीच जुबानी जंग होना जाहिर है.
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