Delhi CM Candidate : दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Elections 2025) के मद्देनजर आम आदमी पार्टी नए मुख्यमंत्री के नाम पर मुहर लगाएगी.
16 September, 2024
Delhi CM Candidate : आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल (Aam Aadmi Party chief Arvind Kejriwal) ने दिल्ली के सीएम पद से इस्तीफा देने का एलान किया है. इसके बाद राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा तेज हो गई है कि दिल्ली का अगला सीएम कौन होगा? 24-36 घंटे के दौरान देश की राजधानी दिल्ली नया मुख्यमंत्री मिल जाएगा. बताया जा रहा है कि आम आदमी पार्टी (AAP) इसको लेकर जल्द बैठक करने जा रही है. वहीं, मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में मंत्री कैलाश गहलोत और सौरभ भारद्वाज के साथ-साथ गोपाल राय का नाम भी शामिल है. ऐसी अटकलें भी हैं कि दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 (Delhi Assembly Elections 2025) के मद्देनजर AAP किसी दलित या मुस्लिम विधायक को मुख्यमंत्री पद के लिए आगे ला सकती है.
आतिशी पर भी दांव लगा सकती है AAP
मुख्यमंत्री पद के संभावित उम्मीदवारों में आतिशी को सबसे आगे माना जा रहा है, क्योंकि उन्होंने दिल्ली सरकार में शिक्षा, वित्त, पीडब्ल्यूडी, राजस्व और सेवाओं सहित अधिकतम विभागों को संभाला है. इसके साथ-साथ उन्हें अरविंद केजरीवाल का करीबी भी माना जाता है. इसके अलावा, वह पार्टी की अग्रणी प्रवक्ता भी हैं, जो अक्सर सरकार और अरविंद केजरीवाल का बचाव करती हैं. इसके लिए वह अपनी नियमित प्रेस कॉन्फ्रेंस में विपक्षी दल भारतीय जनता पार्टी पर हमला बोलती हैं.
गोपाल राय को भी मिल सकता है मौका
गोपाल राय AAP के सबसे वरिष्ठ नेताओं में से एक हैं, जिन्हें 2013 में पहली बार AAP के सत्ता में आने के बाद से ही सरकार में होने के कारण सम्मान मिला है. वह भी AAP के वरिष्ठ नेताओं में शुमार हैं और अरविंद केजरीवाल के करीबी माने जाते हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि AAP पर उन पर भी दांव लगा सकती है. वह पूर्वांचल से ताल्लुक रखते हैं और ऐसे में बिहार और यूपी के मतदाताओं के लिहाज से बतौर सीएम गोपाल राय दिल्ली में पार्टी की वापसी में अच्छी भूमिका निभा सकते हैं.
इमरान हुसैन और सौरभ भारद्वाज भी दौड़ में
सौरभ भारद्वाज दिल्ली कैबिनेट के एक प्रमुख सदस्य भी हैं, जिनके पास स्वास्थ्य और शहरी विकास सहित कई महत्वपूर्ण विभाग हैं. वह भी AAP का एक जाना-माना चेहरा हैं, जो अक्सर पार्टी और उसके नेताओं का बचाव करने और शासन-संबंधी और राजनीतिक मुद्दों पर BJP और केंद्र में उसकी सरकार पर जवाबी हमला करने में लगे रहते हैं. AAP सूत्रों ने कहा कि चौंकाने वाला उम्मीदवार अल्पसंख्यक समुदाय का सदस्य भी हो सकता है, क्योंकि पार्टी ने 2020 में दिल्ली दंगों के बाद से समुदाय के बीच समर्थन कम होते देखा है. ऐसी स्थिति में दिल्ली के मंत्री इमरान हुसैन वह आश्चर्यजनक चेहरा हो सकते हैं. आंकड़े बताते हैं कि दिल्ली शहर की 12 आरक्षित निर्वाचन क्षेत्र और करीब आधा दर्जन सीटें हैं, जिनमें अल्पसंख्यकों की अच्छी खासी आबादी है.
सुनीता केजरीवाल भी दौड़ में
यहां पर बता दें कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा 2 दिन बाद इस्तीफा देने की अप्रत्याशित घोषणा ने रविवार से ही उनकी पत्नी सुनीता और उनके मंत्रियों आतिशी और गोपाल राय के नामों को लेकर जोरदार चर्चा शुरू कर दी. आबकारी नीति भ्रष्टाचार मामले में इस सप्ताह की शुरुआत में तिहाड़ जेल से जमानत पर रिहा हुए अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वह अगले कुछ दिनों में AAP विधायकों की बैठक करेंगे और पार्टी का कोई नेता मुख्यमंत्री का पद संभालेगा. मुख्यमंत्री ने यहां पार्टी मुख्यालय में आम आदमी पार्टी (AAP) के नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए इस्तीफा देने और दिल्ली की जनता द्वारा ‘ईमानदारी का प्रमाणपत्र’ दिए जाने के बाद ही दोबारा पद संभालने की घोषणा की.
अरविंद केजरीवाल की अनुपस्थिति में निभाया था अहम रोल
बता दें कि AAP के एक पदाधिकारी ने कहा कि जब 21 मार्च को प्रवर्तन निदेशालय (Enforcement Directorate) ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था, तब सुनीता केजरीवाल ने दिल्ली, गुजरात और हरियाणा में हाल ही में हुए लोकसभा चुनावों के लिए AAP के प्रचार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. उन्होंने तर्क दिया कि वह भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) की पूर्व अधिकारी हैं और सरकार के कामकाज को भी अच्छी तरह से समझती हैं. हालांकि AAP के एक अन्य वरिष्ठ नेता ने दावा किया कि पार्टी का कोई विधायक ही नया मुख्यमंत्री बनेगा. अरविंद केजरीवाल ने कहा कि मंगलवार को पार्टी विधायकों की बैठक में अगले मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला किया जाएगा.
मनीष सिसोदिया नहीं लेंगे मंत्री पद
उन्होंने कहा कि अगर लोगों को लगता है कि वह ईमानदार हैं तो उन्हें अगले साल की शुरुआत में दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्हें वोट देना चाहिए, अन्यथा नहीं. अरविंद केजरीवाल ने आप के दूसरे सबसे बड़े नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को भी अपने स्थान पर लेने की संभावना से इनकार किया और कहा कि जब तक दिल्ली की जनता उन्हें क्लीन चिट नहीं दे देती, तब तक वह भी पद पर नहीं रहेंगे. हालांकि केजरीवाल के इस्तीफे के बाद AAP की ओर से नए मुख्यमंत्री के बारे में कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं की गई, लेकिन सूत्रों ने कहा कि सीएम की पत्नी सुनीता केजरीवाल पद पर उनकी जगह लेने की संभावित उम्मीदवार हो सकती हैं.
यह भी पढ़ें: PM मोदी ने जमशेदपुर में फूंका चुनावी बिगुल, बोले- JMM में कांग्रेस का भूत घुस गया है