Bihar Cabinet Expansion: नीतीश कुमार ने कैबिनेट का विस्तार करते हुए 7 BJP विधायकों को मंत्री बना दिया है. इस फैसले से बिहार की सियासत में क्या प्रभाव पड़ेगा?
Bihar Cabinet Expansion: बिहार में इस साल के अंत तक विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. उससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने NDA का नेतृत्व कर रही BJP यानि भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर बहुत बड़ा खेल कर दिया है. दरअसल, नीतीश कुमार ने बुधवार को अपने कैबिनेट का विस्तार करते हुए 7 BJP विधायकों को मंत्री बना दिया है. ऐसे में हम आपको बताते है कि नीतीश कुमार के इस फैसले से बिहार की सियासत में क्या प्रभाव पड़ेगा.
टीम में अब कई जातियों के 36 मंत्री
बिहार में टीम नीतीश के विस्तार के बाद मंत्रिमंडल में सदस्यों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है. इसमें BJP कोटे से 21, नीतीश कुमार की पार्टी JDU यानि जनता दल यूनाइटेड कोटे से 13, जीतन राम मांझी की पार्टी HAM-S यानी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा-सेक्युलर कोटे से एक और एक निर्दलीय विधायक भी शामिल हैं.
वहीं, मत्रियों की जाति की बात करें, तो मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही नीतीश सरकार में पांच राजपूत, तीन भूमिहार, दो ब्राह्मण और एक कायस्थ जाति के 11 सवर्ण मंत्री हो गए हैं. पिछड़ा वर्ग की बात करें, तो चार कोईरी-कुशवाहा, तीन कुर्मी, दो वैश्य और एक यादव जाति के कुल 10 मंत्री हो गए.
अति पिछड़ा वर्ग से कुल सात मंत्रियों में तीन मल्लाह और एक-एक कहार, तेली, धानुक और नोनिया जाति से ताल्लुक रखते हैं. वहीं, दो पासवान, दो रविदास और एक पासी जाति से आने वाले दलित समुदाय के पांच मंत्री बनाए गए हैं. दलितों की सब कैटेगरी महादलित समुदाय में मुसहर जाति के दो मंत्री शामिल है. इसके अलावा एक मुस्लिम मंत्री भी नीतीश कुमार की टीम में शामिल है.
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मिथिलांचल को भी साधने पर जोर
कैबिनेट विस्तार के साथ ही नीतीश कुमार ने सियासी समीकरणों को साधने की पूरी कोशिश की है. साथ ही नीतीश कुमार ने अपनी नई टीम के साथ क्षेत्रीय समीकरणों को भी साधने में मेहनत की है. 7 विधायकों को मंत्री पद की शपथ लेते ही मिथिलांचल इलाके से कुल 6 मंत्री हो गए हैं.
बिहार में कुल 243 विधानसभा सीटें हैं. मिथिलांचल के 6 जिलों सीतामढ़ी, शिवहर, मधुबनी, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, वैशाली में कुल 60 विधानसभा सीटें हैं. साल 2020 के चुनाव में NDA ने 40 सीटों पर कब्जा जमाया है. ऐसे में मिथिलांचल को NDA का गढ़ माना जाता है.
कैबिनेट में शामिल होने वाले 7 विधायकों में से 4 मिथिलांचल इलाके के हैं. अब माना जा रहा है कि मिथिलांचल को साधने के लिए नीतीश कुमार ने मिथिलांचल के 4 विधायकों को मंत्री बनाया है. ऐसे में चुनाव से पहले नीतीश कुमार का कैबिनेट विस्तार ट्रंप कार्ड के रूप में देखा जा रहा है. अब इस कैबिनेट विस्तार का कितना फायदा मिलेगा, यह तो चुनाव के बाद नतीजे ही बताएंगे.
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